“शिक्षक मोर्चा” के आंदोलन को “प्रधान पाठक मंच” का खुला समर्थन….. , प्रदेशभर के 25 हजार प्रधान पाठक एवं 15 हजार यूडीटी होंगे हड़ताल में शामिल….

छुरिया से अकील मेमन की रिपोर्ट
प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवागणना करते हुए, सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दुरने करने/क्रमोन्नति वेतनमान प्रदान करने, सहित पुरानी पेंशन का लाभ एवं समस्त सेवाओ की प्रथम नियुक्ति तिथि से गणना करने की, एक सूत्रीय मांग को लेकर “छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा” के बैनर तले आगामी 31 जुलाई से प्रदेशभर के समस्त 146 विकासखंडो एवं 33 जिला मुख्यालयों में होने वाले अनिश्चितकालीन आंदोलन को “छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक/यूडीटी मंच” ने नि:शर्त एवं खुला समर्थन दिया है।
संगठन के प्रांताध्यक्ष जाकेश साहू, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष परस राम निषाद, जिलाध्यक्षद्वय पुरुषोत्तम शर्मा, परमेश्वर साहू, महेश्वर कोटपरहिया, महेंद्र टंडन, बरत राम रत्नाकर, निर्मल भट्टाचार्य, धन्नू साहू, उत्तम कुमार जोशी, एवं प्रदेश, जिला व ब्लाक पदाधिकारीगण उज्जवल चंद्रा, अभिमन्यु बघेल, रंजिता बरेठ, राजूकुमार संवरा, मयाराम सतरंज, ईशा नायक, राधेश्याम चंद्रा, यशवंती, धीवर, मनीराम केंवट, सुन्दर साहू, पुष्पेन्द्र बनाफर, नरेशचंद्रा, दादूलाल चंद्रा, मुकेश नायक, धर्मेंद्र रजक, गुणक चौधरी, रंजीत गुप्ता, सगुन तिवारी, गणपत राव, राधेश्याम धीवर, राजेश पाठक, अजित नेताम, विजेंद्र पाठक, श्याम केंवट, सुजाता त्रिपाठी, अजय भट्ट, कुमार पाठक, त्रिवेणी राजपूत, नामदेव सिंह आदि ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि “शिक्षक मोर्चा” के उक्त आंदोलन में राज्यभर के नवपदोन्नत 25 हजार प्राथमिक प्रधान पाठक एवं 15 हजार यूडीटी सहित मंच के लगभग सभी 40 हजार शिक्षक सम्मिलित होंगे।
प्रांताध्यक्ष जाकेश साहू ने बताया कि प्रदेश के 1,09,000 सहायक शिक्षक/प्राथमिक प्रधान पाठक/यूडीटी को विगत 2013 से वेतन विसंगति/वेतन निर्धारण में त्रुटि के कारण प्रत्येक माह लगभग 10 से 22 हजार रुपये तक का बड़ा ही भयंकर आर्थिक नुकसान हो रहा है। 2013 में तात्कालीन राज्य सरकार ने जब एलबी संवर्ग के शिक्षको का वेतन निर्धारण किया उसी वक्त पंचायत विभाग से दिए जा रहे क्रमोन्नति वेतनमान को भूतलक्षी प्रभाव से समाप्त कर दिया साथ ही समयमान वेतनमान के आधार पर सही वेतन निर्धारण न कर त्रुटि पूर्ण वेतन निर्धारण किया गया जिसके कारण वर्ग एक एवं वर्ग दो की तुलना में वर्ग तीन के वेतन का अंतर बहुत ज्यादा हो गया।
इसी प्रकार 2018 में भी जब राज्य सरकार ने शिक्षकों का संविलियन शिक्षा विभाग में किया तब 2018 के पूर्व की सेवाओं को शून्य कर दिया है जिससे पूरे एलबी संवर्ग के शिक्षकों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
काफी लंबे समय पश्चात सहायक शिक्षको की पदोन्नति हुई है परंतु पदोन्नति से पदोन्नत सहायक शिक्षको को कोई विशेष आर्थिक लाभ नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक/यूडीटी मंच के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू ने प्रदेशभर के समस्त 25 हजार नव पदोन्नत प्राथमिक प्रधान पाठक एवं 15 हजार यूडीटी से आगामी 31 जुलाई से 146 विकासखण्डों में होने वाले अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन में सम्मिलित होने की अपील की है।
Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा