कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

चंद्रनाहू कुर्मी समाज के कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ,पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में सत्ता बदलने का किया दावा

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने फिल्मी अंदाज में कहा की अपनी कुर्सी की पेटी बांध लो, मौसम बदलने वाला है

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डॉ मिर्जा कवर्धा

 

 

कवर्धा: गांधी मैदान में चंद्रनाहू कुर्मी समाज का वार्षिक अधिवेशन चल रहा है. शुक्रवार को जहां शुभारंभ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए, वहीं शनिवार को समापन समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने शिरकत की. अपने 15 साल के कामों को गिनाते हुए रमन सिंह ने मौजूदा भूपेश बघेल सरकार पर तंज किया. इतना ही नहीं फिल्मी स्टाइल में रमन सिंह ने सूबे की सत्ता में बदलाव को लेकर भी इशारा किया।

15 साल में बिछाया सड़कों का जाल’: पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने पुराने दिन को याद करते हुए कहा कि “मैं यहां पार्षद से विधायक बना. फिर सांसद और 15 साल मुख्यमंत्री रहा. जब मैं मुख्यमंत्री रहा तब धूल मिट्टी वाली सड़क थी. हमने 15 साल में सड़क का जाल बिछाया. किसानों को ध्यान में रखते हुए शक्कर कारखाना स्थापित किया. सभी समाज को साथ लेकर चला।

राजनीतिक मंच पर लिया जाएगा हिसाब

कांग्रेस पर तंज कसते हुए रमन सिंह ने कहा कि “ये सामाजिक कार्यक्रम है, यहां राजनीति नहीं करता. जिनको करना है करें. डाक्टर रमन नहीं करेगा. राजनीतिक मंच पर हिसाब लिया जाएगा, कितना नरवा, कितना बारी, 113 करोड़ के खर्च का हिसाब लिया जाएगा।

पठान के डायलॉग पर बटोरी तालियां

रमन सिंह ने छात्रावास भवन को लेकर चंद्रनाहू कुर्मी समाज को बधाई दी. आखिर में मंच से उतरने से पहले डॉक्टर रमन सिंह ने पठान फिल्म का फेमस डायलॉग बोला. छत्तीसगढ़ में सत्ता बदलने की ओर इशारा करते हुए कहा “अपनी कुर्सी की पेटी बांध लो, मौसम बदलने वाला है.” रमन सिंह के इस डायलॉग पर जमकर तालियां बजीं।

रमन की नसीहत- धोखे में न रहें भूपेश बघेल

कार्यक्रम के बाद रमन सिंह मीडिया से मुखातिब हुए. कांग्रेस के स्लोगन इस बार 75 पार के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि “इस बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पूरी साफ हो रही है. साढ़े चार साल में जो लोगों को नरवा घुरवा बारी में डुबा दिया, शराब में दो हजार करोड़ का घोटाला, रेत घोटाला. इन सब से जनता ऊब चुकी है और परिवर्तन चाहती है. तारीख देख रही है, कब चुनाव होगा. इसलिए भूपेश बघेल को धोखे में नहीं रहना चाहिए।

छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटें हैं. कांग्रेस के पास 71 सीटें हैं. भारतीय जनता पार्टी के पास 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के पास 3 और दो सीटें बहुजन समाज पार्टी के पास हैं. छत्तीसगढ़ में इस बार के विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस 75 से अधिक सीटें लाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. वहीं भाजपा ने इसे कांग्रेस का भ्रम करार दिया और सूबे से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने का दावा किया है।

 

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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