उदासीन नगर पालिका: नया बस स्टैंड बना मवेशियों का अड्डा,बस स्टैंड के चारो तरफ गंदगी का आलम, स्वच्छता का पोल खुला…नाम बडे दर्शन छोटे ,बस संचालक,नगर पालिका के आदेशों का उड़ा रहे धज्जियां, जवाबदेही अधिकारियों नींद में ,क्या परिवहन विभाग अपने कर्तव्य का पालन कर पा रहा है
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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा // कबीरधाम जिला मुख्यालय का हाल बेहाल, स्वच्छता के नाम पर अवार्ड लेने वाले अधिकारी और अध्यक्ष की कमजोरी के चलते यात्रियों को हो रही काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है नवीन हाईटेक बस स्टैंड का उत्घाटन से महज चंद दिनों में गंदगी ही गंदगी और हाल बेहाल हो गया ।
नगर पालिक निगम की उदासीनता के चलते कवर्धा बस स्टैंड की सफाई व्यवस्था दिन ब दिन बदहाल होती जा रही है । साफ-सफाई के नाम पर केवल यहां रोजाना खानापूर्ति किया जा रहा है। बस स्टैंड में रोजाना 50 से 60 बस आती जाती है। इसमें एक हजार से ज्यादा यात्री करते हैं। बस स्टैंड में यात्रियों की सुविधा के लिए न तो ठीक से बैठने के लिए जगह है और न ठीक से साफ-सफाई किया जा रहा है। इससे यात्रियों को कुछ पल के लिए बैठना भी मुश्किल हो गया है। रात के समय में बस स्टैंड परिसर में आवारा मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है। रात भर में बस स्टैंड परिसर में गोबर का अंबार लग जाता है। यात्रियों ने बताया कि ज्यादा तादात में आवारा मवेशियों का जमावड़ा होने से स्टैंड के अंदर बैठना कठिन हो जाता है। मजबूरी में रात के समय स्टैंड बसों के इंतजार स्टैंड के बाहर इंतजार करना पड़ता है।
नया बस स्टैंड का नजारा देख👇👇
नवीन बस स्टेंड से पुराना बस स्टैंड के लिए शासन प्रशासन ने कुछ समय के लिए परमिशन ठहरने के लिए दिया गया है फिर घंटो तक पुराने बस स्टैंड में खड़े रहने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और जिम्मेदार अधिकारी और राजनीति के चलते आमजनों का भुगतना पड़ रहा है।
मिनट के लिए स्टॉपेज की मांग किया गया था जिसे नगर पालिका परिषद द्वारा शहर वासियों को परेशान ना हो करके परमिशन दे दिया गया था लेकिन अगर आज देखा जाए तो नगर पालिका के आदेशों का धज्जियां उड़ते हुए दिख रहा है क्योंकि नया बस स्टैंड पूरी तरह से खाली हो गया है और पुराना बस स्टॉप में ही पूरा बस लगना शुरू हो गया है जिस शहर में गहमा गहमी का माहौल हो गया है वही नगर पालिका के आदेशों में सिर्फ पुराना बस स्टॉप में 5 मिनट का स्टॉपेज का परमिशन था और पुराना बस स्टॉप के बाहर ही सवारी को बैठना और उतरना था लेकिन आदेशों का पालन नहीं किया गया उसके बावजूद भी नगर पालिका परिषद एवं परिवहन विभाग के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है अब देखना यहां होगा की संबंधित विभाग के अधिकारी इस पर क्या कार्यवाही करती है या नही