जिला ट्राॅइबल विभाग के अधिकारी अपनी नाकामी और लापरवाही को दबाने का कर रहे प्रयास ,दामापुर आदिवासी छात्रावास के फरार छात्रों के बारे मे Newsplus36 ने दिखाया था खबर ,PRO के माध्यम से खबर को झूठा बताकर सच्चाई को आमजनता से रूबरू न हो सके उसके लिए निकाल रहे है खंडन का खबर ,अपने ही विभाग के अधिकारी से करवा रहे है जाँच…खेल गजब का है ,खबर के सच्चाई के लिए हमारी टीम वन टू वन बात करने है तैयार

Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा,आज दिनांक 27/ 08/ 23 रविवार को Newsplus36 की टीम ने यह समाचार प्रकाशित किया था जिसमे दामापुर आदिवासी छात्रावास के 11 बच्चे बिना बताए छात्रावास से 14 किलोमीटर पैदल ग्राम महली पहुंच गए थे बच्चो से पूछने पर बताया कि रक्षा बंधन मनाने के लिए अपने घर अमनिया जा रहे थे।
जब सुबह 6 बजे महली पहुंचने पर वहां के लोगों ने शंका होने पर कलेक्टर ऑफिस में फोन किया तब यहां से टीम जाकर के और कुंडा के अधीक्षक व दामापुर के दो चपरासी जाकर वहां उन बच्चों को गाड़ी में बिठाकर वापस छात्रावास ले जाया गया और सच्चाई आपको यह बता दे की विभाग के द्वारा अपने गलती को स्वीकार नहीं किया जा रहा है जबकि सही खबर का विभाग के पी.आर.ओ. के माध्यम से खबर प्रकाशित करने खंडन किया जा रहा है जो गलत है…..
एक साइड जब मीडिया के समाचार से विभाग अच्छा दिखाने का प्रयास करता है तो अच्छा वही मीडिया विभाग के गलत गतिविधियों को दिखाने की कोशिश करता है तो उस अधीक्षक या जवाबदारी लोगो पे कार्यवाही ना करके उल्टा मीडिया को बदनाम करके उनके समाचारों को खंडन किया जाता है।
आप वीडियो में स्पष्टरूप से उसे बच्चों की बात सुन सकते हैं कि वह बच्चे पैदल आना स्वीकार कर रहे हैं और बिना बताए आना स्वीकार कर रहे हैं तो ऐसे में विभाग के द्वारा बताया जा रहा है कि वहां के कर्मचारी उन बच्चों के साथ थे तो कर्मचारी दामापुर से कुंडा और कुंडा से फिर पैदल उनको महली कैसे ले गए? और जब वहां पर उनके जवाबदार कर्मचारी थे तो जब यह लोग वहां पर वीडियो बना रहे थे बच्चों का बाइट ले रहे थे तब वह कर्मचारी कहां थे?
और आप विभाग के ही अधिकारियों को भेज करके उनके ही विभाग के जो लापरवाह पूर्वक काम करने वालो की जांच करा रहे हैं बेहतर तो यह होता के रिपोर्टिंग और समाचार के दिखाने कि आप किसी दूसरे विभाग से उस विभाग की समीक्षा और जांच कराते… बेहतर होगा आम जनता को गुमराह करने की कोशिश न करे जो सच्चाई उसे स्वीकार करे……
और आपको बता दे कि इस विषय को लेकर के Newsplus36 की टीम ने बड़े अधिकारियों से बात करना चाह लेकिन किसी का फोन उठा नहीं इसका मतलब यह है कि खबर की सच्चाई को झूठलाया नहीं जा सकता और वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि वह बच्चे छात्रावास से भागे हुए हैं और 6:00 बजे सुबह महली पहुंचे हुए हैं इन सब नाकामी और लापरवाही को दबाने के लिए कोई आधिकारी और कर्मचारी जवाब नहीं दे सक रहे हैं।