राजमहल में रानी साहिबा कृति देवी सिंह ने की भोजली की पूजा अर्चना…………………..
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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा, फ्रेंडशिप डे की तर्ज पर कवर्धा में रक्षाबंधन के दूसरे दिन भादो कृष्ण पक्ष की प्रथम तिथि पर भोजली महोत्सव मनाने की परंपरा रही है परंपरा अनुसार भोजली पर्व शुक्रवार को कवर्धा के राजमहल परिसर में शहर की महिलाएं बच्चे टोकरी में भोजली लेकर पहुंची राजमहल परिसर में शाम को महारानी कृति देवी सिंह ने भोजली की पूजा की शहर की महिला मंडली की महिलाओं से रानी साहिबा कृतिदेवी मिली भोजली पूजा के बाद राजमहल से सिर पर टोकरी में भोजली लिए बच्चे और महिलाएं का समूह एक कतार में तालाब किनारे पहुंची जहां भोजली विसर्जन किया गया विसर्जन के दौरान भोजली तालाब के आसपास काफी भीड़ देखने को मिले कवर्धा में भोजली महोत्सव की परंपरा लगभग 275 साल पुरानी है राज परिवार में प्राचीन काल से ही यह पर्व मनाने की परंपरा चल रही है भोजली पर्व पर राजमहल के दरवाजे सुबह से महिलाओं के लिए खोल दिए गए थे इस अवसर पर गोलू दीवाना एवं लक्ष्मी शर्मा का भजन गायन हुआ एवं राजमहल से राज परिवार से जुड़े हुए बीटन बीटन ढीमर एवं भगवती गुप्ता को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके परिवार वालों को सम्मानित किया गया इस पर रानी साहिबा ने कहा कि राजमाता साहिब साहिब के समय से दोनों महिलाएं विगत 40 वर्षों से जुड़ी हुई थी भोजली का पर्व धार्मिक सामाजिक समरसता मैत्री भाव का प्रतीक है जिसे देवी स्वरूप माना गया है पश्चात 31 महिला मंडली को रानी साहिबा कीर्ति देवी सिंह जी के द्वारा सम्मानित किया गया कार्यक्रम का सफल संचालन खेड़ापति हनुमान मंदिर के पंडित जी चंद्र किरण तिवारी एवं लक्ष्मी शर्मा रायपुर के द्वारा किया गया