कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

कबाड़ियों की वजह से.. नशा का बढ़ता स्तर.. आखिर कौन दे रहा है इन नशा देने वालों को संरक्षण सब कुछ जानते हुए जिला और पुलिस प्रशासन मौन..कौन करेगा अवैध कबाडियों के ऊपर कार्यवाही ? कबीरधाम में बे रोक टोक पनप रहा है कबाड़खाना.. खपाई जा रही है चोरी का माल

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डॉ मिर्जा कवर्धा 

कबीरधाम जिला में अपराध बेतहासा बढ़ता जा रहा है और लगभग सभी अपराध में नाबालिक बच्चे शामिल हो रहे है। बढ़ते चोरी और अपराध का कारण नशा ही मुख्य वजह है। नाबालिक बच्चे नशा करने के लिए चोरी का सहारा ले रहे हैं। चोरी का माल कम दामों में काबड़ी वाले खरीद है। शहर सहित आसपास के गांवों से लेकर पूरे कबीरधाम जिले मे कबाड़ का कारोबार चरम पर है नगर के मुख्य मार्गों में कबाड़ से लदे ओवरलोड वाहन आसानी से देखे जा सकते है बिलासपुर जबलपुर हाईवे रोड पर तो कबाड़ियों ने अपना दुकान पूरा रोड तक फैला कर रखा हुआ है जिनमें कबाड़ के नाम पर सरकारी सम्प्पति भी बेखौफ होकर खपाई जा रही नियमो व कानूनी व्यवस्था को खुली चुनौती देता यह कारोबार चोरी, नशा, बालश्रम जैसे अपराधो को बढ़ावा दे रहा है, कारोबारी बेखौफ होकर बिना लेखा जोख के चोरी का सामान खरीद रहे जो की जिले में बढ़ते अपराध का एक मुख्य कारण बना हुआ है।

भारी संख्या मौजुद है कबाड़खाने.. लेकिन कुछ ही कबाड़ियों के पास व्यापार का है सरकारी कागजात

कबीरधाम जिला मुख्यालय सहित पंडरिया, बोड़ला, लोहारा, पोड़ी, पिपरिया, कुंडा , चिल्फी, रवेली, सिलहाटी मिलाकर दर्जनों से अधिक कबाड़ दुकानें हैं। इन दुकानों के संचालकों के पास वैध लाइसेंस है या नहीं यह कोई नहीं जानता। इन दुकानों में कीमती सरकारी सामानों को पानी के मोल खरीदकर कारोबारी लाखों रुपए कमा रहे हैं। इन दुकानों में कबाड़ खरीदी बिक्री का न तो रसीद होती है और नही कोई रिकार्ड।

जिले से बाहरी लोगों का दबदबाः प्रशासनिक ढिलाई के चलते जिले के बाहर से आए लोग इस व्यवसाय में सक्रिय नजर आ रहे हैं। लोहे के सामान व घरेलू उपयोग के सामान सहित कई कीमती सामान

पानी के मोल कबाड़ी अपने दलालों के माध्यम से खरीद कर लाखों कमा रहे हैं। जबकि सरकारी खजाने में दो कौड़ी भी जमा नहीं कराया जा रहा है। इतना ही नही गरीब तबके के बच्चो को पैसे का लालच देकर इस व्यवसाय में धकेल दिया जाता है। काम के लिए नशे की लत लगाकर गली-गली जाकर कबाड़ ढूंढने व चोरी करने के लिए मजबूर किया जाता है।

कैमिकल ड्रग्स के शिकार होते मासूम बच्चे दिनभर बोरी लेकर सड़कों और कचरों की खाक छानते रहते हैं। शराब की खाली बोतलें इकट्ठा कर कबाड़ दुकानों में बेचते हैं।

जनता जनार्दन का प्रशासन की रवैया पर सवाल

कवर्धा में लगातार कई प्रकार की क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं फिर भी आज तक बाहर से आए हुए अवैध रूप से कबड्डी का काम करने वाले को ऊपर जो नशे का लत लगाकर पूरे कबीरधाम के नौजवान बच्चों के जो भविष्य खराब करने का काम कर रहे हैं क्या इस पर जिला और पुलिस प्रशासन संज्ञान लेगा क्या इनके ऊपर कार्रवाई करेगा या सब कुछ ऐसे ही चलता रहेगा…

अगला एपिसोड में बहुत जल्द नई जानकारी नए वीडियो के साथ कैसे इस व्यापार को बढ़ाने के लिए व्यापारियों के द्वारा कैसे नौजवान बच्चों को नशा के लत में लाया जाता है

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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