छत्तीसगढ़

आबकारी विभाग और आधिकारी जागे कुंभकर्णी नींद से, कलेक्ट के आदेश के बाद विभाग हरकत् में

सैय्या भये कोतवाल तो अब डर काहे का के तर्ज पर काम कर रहा विभाग, आबकारी विभाग में चल रहा है सब गोलमाल, आखिर शिकायत करे भी तो किससे,

Editor in chief

डॉ मिर्जा कवर्धा

कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देश के बाद अब आबकारी विभाग और उसके आधिकारी अवैध शराब परिवहन चखना सेन्टर शराब पिलाने वाले होटल और ढाबा के खिलाफ आबकारी एक्ट 36/C 36/K का 60 प्रकरण बनाए गये इसके पहले आबकारी विभाग कुंभकर्णी नींद में सोया था जिसे कलेक्टर ने जगाया। अब सवाल ये उठता है के पिछले कई वर्षो से आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारियों का वनवास हो गया था या इनके जुबान और कलम में ताला लग गया था आखिर किसके कहने पर विभागीय जाँच को छोड़कर मौन और खामोश हो गये थे कही ये राजनीति खौफ तो नही था।

रख हौसला वो मंजर भी आयेगा “

“प्यासे के पास चलकर जाम का समुंदर भी आयेगा”

“थक कर ना बैठ ऐ जाम के मुसाफिर”

“वो मंजिल भी मिलेगी और पीने का मजा भी आयेगा

आबकारी विभाग व अधिकारी के इस मिशन को हम सक्रियता समझे या मजबूरी लेकिन उन बीते हुए वर्षों का क्या जिसमे विभाग और आधिकारी निष्क्रिय बनकर कुंभकरणीय नींद में सोये हुए थे।

अब आगे देखना होगा कि विभाग और उसके अधिकारी आगे सक्रिय रहेंगे या फिर उसी मांद मे जाकर आराम करेंगे।

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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