खुर्शीटिकुल मे उत्तेजित ग्रामीणों को समझने मुकदर्शक बने नेता टीआई को सम्हालना पड़ा मोर्चा

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डॉ मिर्ज़ा कवर्धा
छुरिया ;- छत्तीसगढ़ मे मुख्यमंत्री भूपेश बधेल जिस तरह से इस सरकार को बनाने मे मेहनत किया निशन्देह काबिले तारीफ है।कहावत है पूत कपूत तो क्या धन संचे पूत सपूत तो क्या धन संचे ये कहावत वर्तमान मे सत्ता दल के कुछ जनप्रतिनिधि व नेताओं के लिए वर्तमान मे जो हालात है उसे देखकर सच साबित होता है। प्रदेश मे जिस तरीक़े से सरकार के मुखिया ने शूरू मे जो प्रसासनिक कसावट लाया था वर्तमान मे वह गुम होते दिख रहा है सत्ता दल के कुछ नेताओ का विपक्ष से साठगांठ व सरकारी अमला निजी स्वार्थ के लिए चापलूसी कर सरकार मे नेता को कमजोर कर दिया है। वहीं सरकारीअमला इन नेताओं पर भारी पड़ रहे है ।जो सरकार व सत्तादल के नेताओं के लिए अच्छा सकेंत नहीं है।
सत्तादल के नेताओं का विपक्ष से साठगांठ क्षेत्र मे वजूद खत्म होने का संकेत?
हाल ही मे खुज्जी विधानसभा के विधायक के मौजूदगी मे खुर्शीटिकुल टिकुल मे विपक्ष के जनपद सदस्य का एक। कार्यक्रम मे हौसला इतना बुलंद था सरकार के महत्वपूर्ण आयोजन छत्तीसगढ़ ओलपिंक खेल के समापन समारोह मे गैर जवाबदेही वाला भाषण देने के चलते वहां माहौल खराब हो गया जब ग्रामीण उक जनपद सदस्य के समंबोधन से उत्तेजित होते है। तब कुछ नेताओं को मंच छोड़ कर भागना पड़ता है।और बचे नेताओं मे इतना भी वजूद नहीं की वे अपने क्षेत्र के जनता को समझा सके और मौके से सत्तादल के नेताओं को एक टीआई को मंच मे माईक देकर उन्हें हालात को सम्हालने मिन्नतें करना पड़े और उनके रहमो करम से उन्हें सुरक्षित निकलना पड़ा हो बहोत ही शर्मनाक बात है।