ब्रेकिंग न्यूज़ :- अशोका पब्लिक स्कूल के चलती बस में लगी आग ड्राइवर की सूझबूझ और समझदारी से बस में सवार सभी 30 बच्चे सुरक्षित बड़ी दुर्घटना टली एक तरफ परिवहन विभाग कर रही है बसों की जांच और दूसरी तरफ हो रही है घटना दुर्घटना.. अगर कोई घटना दुर्घटना हो जाता तो इसकी जिम्मेदार कौन होता ? पढ़े पूरी खबर👇👇
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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा: बच्चों को वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के रिहर्सल कराने लेकर जा रही स्कूल बस में आग लग गई. जिस समय ये हादसा हुआ उस समय बस में 30 से ज्यादा बच्चे सवार थे.
निजी स्कूल की बस में आग: नगर के मेन रोड में उस वक्त हड़कंप मच गया जब बच्चों से भरी निजी स्कूल की चलती बस से अचानक धुआं निकलने लगा. बस के इंजन से धुंआ देखने के बाद ड्राइवर ने बीच सड़क पर बस को रोक दिया. कंडक्टर की मदद से जल्द से जल्द सभी बच्चों को बस से सुरक्षित बाहर निकाला. फायर वाटर एक्साटिंग्विशर की मदद से आग को काबू किया. फायरबिग्रेड भी तत्काल मौके पर पहुंच गई, और आग को काबू कर लिया गया. जिससे बड़ी दुर्घटना होने से टली गई. फिर बच्चों को दूसरी बस से ले जाया गया.
बस में सवार सभी बच्चे सुरक्षित: शहर के प्राइवेट अशोक पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम होने वाला है. इसके लिए बच्चों को पीजी कॉलेज ग्राउंड स्थित ऑडोटोरियम में रिहर्सल के लिए ले जाया जा रहा था. घटना के वक्त बस में ड्राइवर, कंडक्टर के अलावा लगभग 30 बच्चे सवार थे. बस जैसे ही मां भुवनेश्वरी टॉकीज के पास पहुंची बस के इंजन से जोरदार धुंआ निकालने लगा. शहर के सबसे प्रमुख मार्ग होने के कारण घटना के दौरान सड़क में जामu की स्थिति बन गई. स्कूल के डायरेक्टर पवन देवांगन ने बताया की शॉर्ट सर्किट के कारण बस से धुआं निकलने लगा था. सभी बच्चे सुरक्षित है।
अब सवाल यह उड़ता है कि इधर पारिवारिक विभाग सभी बस ट्रकों और अन्य गाड़ियों की जांच फिटनेस और भी बहुत सारी नियम कानून को रखकर जांच कर रही है एक तरफ जांच कर करवाई और फाइन की बात करते हैं वहीं अन्य निजी स्कूलों में भी बस फिट अनफिट गाड़ियां बच्चों को लेकर शहरों में घूम रही है क्या इन शहर में घूमने वाले बसों की जांच विभाग के द्वारा कब किया गया और कितने बस का फिट अनफिट होने की जानकारी जिला प्रशासन को दिया गया यह सवाल जनता का भी है बच्चों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है ऐसे में जिला प्रशासन और परिवहन विभाग को इस विषय को ध्यान रखते हुए में बच्चों के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूलों की बसों की तत्काल जांच कराना चाहिए ताकि आगे चलकर किसी भी प्रकार का स्कूल के बच्चों के साथ अनहोनी ना हो सके।