न जाने कैसा एहसास है… शराब बेचने और बिकवाने वाले के ऊपर कोई कार्यवाही नही होती क्या बात है ,पीने और पिलाने वाले को मयखाना चाहिए अधिकारी को तो बचाना है बस बहाना चाहिए
जिले मे चल रहा है आबकारी विभाग के कुछ अधिकारियों का खुलेआम कमीशनखोरी...फिर भी अनजान बने बैठे है आला-अधिकारी

Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा
दर्द दे दिल की दवा है दवाखाना
खुलेआम अवैध शराब की बिक्री कबीरधाम जिले के हर शहर से लेकर गाँव और गली तक चल रहा है सब कुछ जानते हुए विभाग के आला अधिकारी कर्मचारी मौन है क्योंकि यहाँ सब को सेटिंग और पैसा पसंद है हर कोई अपना खजाना भरने मे लगा हुआ है लेकिन ये मत भूलो जैसी करनी वैसी भरनी
विगत दिनों Newsplus21 की टीम ने ग्राम रवेली की घटना का ग्राउंड रिपोर्ट दिखाया कि कैसे एक सब-इंस्पेक्टर साहू होटल और उसके घर मे टीम सहित छापामार कर फिल्मी स्टाईल मे उस शराब कोचिंया को दुकान से उठाता है और दो घंटे गाड़ी मे बैठाकर डरा धमकाकर पैसों की उगाही करता है और अपने मकसद मे कामयाब होने पर जमानती धारा लगाकर छोड़ देता है…
पब्लिक का ग्राउंड रिपोर्ट दिखाने के बाद भी ऊपर के आला अधिकारियों के कानों मे जूँ का रेंगना मतलब ये साफ बताता है कि हम सब एक है और यही घटना कोई गरीब इंसान के साथ होता तो दुनिया की जाँच होकर अभी तक जेल हो गया होता…जय हो
खैर हमारा काम है सच्चाई को बताना और दिखलाना इंसाफ करने वाला ऊपर बैठा है…
आगे दिखाएंगे कैसे गाँव गाँव मे आबकारी विभाग के कुछ अधिकारी अपने मुखबीर लगाकर फंसाकर कैसे करते है शराब गांजा कोचिंयो से वसूली…..
डॉ मिर्जा के कलम से….