खुज्जी विधानसभा के सत्ता दल से स्वयंभू टीकीट के दावेदार नगर छोड़ होली मनाया नेताओं के द्वार?

छुरिया से अकील मेमन की रिपोर्ट
राजनांदगांव;- नगर की जनता जिनके उपर भरोसा जताया उन्हें नगर का जवाबदेही दिया मान सम्मान के काबिल बनाया और जब साल मे एक बार होली आता है तब ऐसे नेता महत्वपूर्ण होली त्योहार नगर वासियों के साथ रंग गुलाल खेलना छोड़ बड़े नेताओं के द्वार दूसरे शहर पहुंचकर आखिर जनता को क्या संदेश देना चाहते है। लोगअपनो के बीच हजारों मिल दूर से अपने घर होली मनानेआते है। तब छुरिया नगर व क्षेत्र के सत्ता दल के कुछ नेता अपने नगर के लोगो को छोड़ बड़े नेताओं के घर शहर मे उनके द्वार होली मनाने हुए फोटो खिचाना और उसका प्रदर्शन करना अपने को महिमामंडित करने का हद पार करना है। क्या बड़े नेता इनके इस रवैये वाकिफ नही होगे क्या वे इन्हें देख खुश होते होगे ऐसा बिलकुल नही है।नेताओं को समझ है ।जिन्हें अपने परिवार घर व शहर के लोगों से मतलब नहीं जिन्होंने उन्हें फर्श से अर्श तक पहुंचाया आज उन्हे छोड़ उनके घर पद को देख के वजह से होली खेलना पहुंचे है। वे सब समझकर भी मजबूरी है वे उन्हें भगा तो सकते नहीं । नगर व क्षेत्र के प्रबुद्धजनों के बीच एक सवाल खड़ा है क्या ऐसे नेताओं ने नगर मे अपना सम्मान खो दिया है। जो त्योहारों मे नगर के लोगो छोड़ नेताओं के द्वार जाना पड़ता या उन्हें आम लोगो से कोई लेना देना नहीं है। या फीर नगरवासी इनके बीच होली मनाना पसंद नहीं करते है। ऐसे अनेक सवाल लोगो के मनमे है। ऐसे नेताओं का नगर छोड़ दूसरे शहर जाना क्षेत्र मे चर्चा का विषय है।
शान्ति समिती के बैठक से नदारत रहे नगर पंचायत के जवादार?
छुरिया नगर मे पुलिस विभाग द्वारा नगर पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष पार्षद सहित सभी राजनीतिक दलो के जनप्रतिनिधि व प्रबुद्धजन समाजसेवीयो व पत्रकारों को प्रति वर्ष होली, दिपावली, ईद, जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर समाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सलाह व रायसुमारी के लिए एक मिटींग तहसीलदार थाना प्रभारी द्वारा बुलाया जाता है। इस वर्ष भी होली त्योहार के मौके पर इन्हें थाना परिसर मे आमंत्रित किया गया था खबर है ऐसे महत्वपूर्ण बैठक पर नगर पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व एक भी पार्षद नहीं पहुंचे जो काफी दुख का विषय है।
Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा