दर्दनाक हादसा सड़क हादसे में गई दो की जान..दोनों मृतकों के शरीर कटकर अलग-अलग जगह में पाया गया.. पिपरिया थाना प्रभारी का सिस्टम फेल.. घटना के पूरे दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई साक्ष्य नहीं जुटा पाए, मृतक – विनय कुमार साहू पिता संतोष साहू उम्र 24 वर्ष व गजानंद साहू पिता जगनू साहू उम्र 22 वर्ष दोनो ग्राम दशरंगपुर के निवासी हैं, घटना स्थल.. ग्राम इंदौरी पेट्रोल पंप के पास मृतक मोटरसाइकल क्र. सीजी 09 जे जी 8671 पर सवार थे बीती रात का मामला बताया जा रहा है, अज्ञात वाहन की चपेट मे आने से हुई मौत पिपरिया पुलिस मर्ग क्रमांक 28/2024 , 29/2024 धारा 304 (A) के तहत कर रही कार्यवाही।

Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा
अब आपको बता दें कि मामला देर रात किसी अज्ञात वाहन के चपेट में आने से और मोटरसाइकिल में सवार दोनों व्यक्ति कहीं ना कहीं उस ट्रक के पहिए में फंसकर काफी दूर तक घसीटते हुए अज्ञात वाहन ले गया होगा जिसके कारण से उनके शरीर के उनके अंग अलग-अलग टुकड़ों में कटकर अलग-अलग जगह में पाया गया आज पूरे दिन निकल जाने के बाद भी पिपरिया थाना प्रभारी के पास कोई ठोस साक्ष्य अभी तक नहीं मिल पाया है जिसमें जानकारी हो सके कि उक्त अज्ञात वाहन जिससे दो व्यक्ति की दर्दनाक मौत हुई आखिर वह गाड़ी कौन सी थी कवर्धा से आ रही थी या कवर्धा से जा रही थी किसी भी माध्यम से चाहे वह सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से हो या अन्य माध्यम से हो थाना प्रभारी को इसके बारे में कोई जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हो पाया है जबकि इंदौरी पेट्रोल पंप में भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं अगर अज्ञात ट्रक कवर्धा तरफ आया होगा तो कवर्धा रोड के बिरकोना रोड और दुकानदारों के दुकान के सामने भी सीसीटीवी दुकानदार अपने दुकानों के बाहर लगा कर रखे हैं अगर वह गाड़ी दशरंगपुर साइड निकला होगा तो दशरंगपुर में भी पेट्रोल पंप के सामने सीसीटीवी लगा हुआ है दशरंगपुर के रोड के दोनों आजू-बाजू में जितने भी दुकानदार हैं वहां भी सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है तो ऐसे में सवाल उठता है कि पूरे दिन बीत जाने के बाद भी पिपरिया थाना के द्वारा कोई किसी भी प्रकार का जांच का नहीं किया जाना यह अपने आप में सवाल उठता है जो के छोटे-मोटे प्रकरणों को उठाकर पिपरिया थाना क्रेडिट लेना चाहता है और ऐसे बड़े घटनाओं में अभी तक पीड़ित पक्ष के परिवार को कोई भी प्रकार का साक्ष्य उपलब्ध न कराकर केवल इस घटना का खाना पूर्ति किया जा रहा है।
जबकि ज्ञात सूत्रों से यह पता चला है की जिन दो व्यक्तियों की मौत हुई उनके मोबाइल में उनके परिवार के लोगों से बातचीत भी हुआ है तो मोबाइल को ट्रेस कर यह भी पता लगाया जा सकता है की उनकी बातचीत किस वक्त हुआ और यह घटना किस समय हुआ होगा लेकिन आज सब वक्त के हिसाब से हल्के फुल्के प्रकरण को जनता और अपने आला अधिकारी को दिखाकर खुश रखना चाहते हैं ताकि हमारा थाना सुरक्षित रहे हमारा पोस्ट सुरक्षित रहे लेकिन किसी पीड़ित पक्ष के लोगों के न्याय दिलाने के लिए उनके पास वक्त नहीं है ऐसा कहते हैं…
हर साख पे उल्लू बैठा है अंजामे गुलिस्ता क्या होगा…