कवर्धा से भोरमदेव मंदिर तक 18 किलोमीटर की पदयात्रा में कांवरियों और पदयात्रियों के लिए होगी 15 से अधिक स्थानों में होगी जलापान की व्यवस्था.. भोरमदेव पदयात्रा की तैयारी जोरो-शोरो से,पदयात्रा को ऐतिहासिक यात्रा बनाने के लिए शासन प्रशासन और जुटा जनसमुदाय..
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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा, 18 जुलाई 2024। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सावन महीने के प्रथम सोमवार 22 जुलाई को ऐतिहासिक, धार्मिक, पुरातत्व एवं पर्यटन महत्त्व स्थल भोरमदेव पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा। पदयात्रा बुढ़ा महादेव मंदिर कवर्धा से सबेरे 7 बजे से शुरू होगी। कलेक्टर जनमेजय महोब के मार्गदर्शन में भोरमदेव पदयात्रा की तैयारी जोरो शोरो से की जा रही है। पदयात्रा को ऐतिहासिक पदयात्रा बनाने के लिए शासन-प्रशासन सहित जनसमुदाय और विभिन्न संगठन जुटे हुए है। कवर्धा से भोरमेदव मंदिर तक 18 किलोमीटर की पदयात्रा में कांवडिया और पदयात्रियों के लिए 15 से अधिक स्थानों पर जलापान, शरबत, चाय नाशता की व्यवस्था की गई है। पदयात्रा की भव्यता बढ़ाने और जलापान व्यवस्था में शासकीय विभागों के अलावा निजी सामाजिक संगठन और जिला प्रेस क्लब भी अपनी सहभागिता निभाएगी।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में स्थित ऐतिहासिक, धार्मिक, पुरातत्व एवं पर्यटन महत्त्व स्थल भोरमदेव मंदिर के लिए के लिए आयोजित पदयात्रा को भव्य रूप देने के लिए अधिकारियों को दायित्व भी सौंपे हैं। कलेक्टर श्री महोब के निर्देश पर कांवरियो और पदयात्रियों को सुविधा प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा तैयारियों जोरो-शोंरों से की जा रही है। पदयात्रियों के लिए बुढ़ा महादेव मंदिर से लेकर भोदमदेव मंदिर प्रांगण तक पूजा अर्चना की व्यवस्था, पण्डाल, पेयजल, चाय, नास्ता, आपात चिकित्सा, सुरक्षा व्यवस्था, पार्किग व्यवस्था सहित सभी प्रकार की तैयारियां की जा रही है। इसके आलावा ग्रामीणजन द्वारा भी जलापान और स्वागत किया जाएगा।
कांवडिया और पदयात्रियों के लिए 15 से अधिक स्थानों में होगी जलापान की व्यवस्था
पदयात्रा को ऐतिहासिक पदयात्रा बनाने के लिए जनसमुदाय और विभिन्न संगठन जुटे हुए है। भोरमदेव पदयात्रा के प्रति वर्ष बढ़ते उत्साह को ध्यान में रखते हुए पदयात्रियों के लिए 18 किलोमीटर की इस पदयात्रा में 15 अलग-अलग स्थानों पर पेयजल, नास्ता, नीबू शरबत और चाय की विशेष व्यवस्था की है। इस व्यवस्था में जिला प्रशासन के साथ-साथ विभिन्न संगठनों व समाजिक संगठन भी जुटे हुए है।पदयात्रियों के लिए सकरी नदी विद्युत केन्द्र के पास, ग्राम समनापुर, ग्राम बरपेलाटोला, ग्राम रेंगाखारखुर्द, ग्राम कोडार, ग्राम राजानवागांव, ग्राम बाघुटोला, ग्राम छपरी(गौशाला), भोरमदेव मंदिर परिसर में व्यवस्था की गई है।
प्रति सोमवार निःशुल्क भंडारा और प्रसादी का होगा वितरण
हर साल की तरह इस बार भी सावन माह के प्रत्येक सोमवार को भोरमदेव मंदिर में कांवरियों और श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भंडारा और प्रसादी वितरण किया जाएगा। ज्वाइन हैंड्स ग्रुप की ओर से यह निःशुल्क भंडारा लगाया जाएगा। यहां श्रद्धालुओं को भरपेट निःशुल्क भोजन मिलेगा साथ ही व्रतधारियों के लिए फलाहार की व्यवस्था भी रहेगी।
श्रद्धालु और कांवरियों को मिलेगी सुविधा
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने कबीरधाम जिले में सावन मास में आने वाले श्रद्धालु और कांवरियों को मुलभूत सुविधाएं देने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। कलेक्टर के निर्देश पर अमरकंट से आने वाले कांवरियों के विश्राम के लिए भी विशेष व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा कवर्धा के ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर के समीप अलग अलग समाजिक भवन व विशेष वाटर फ्रुप टेंट लगाकर विश्राम शिविर बनाई जाएगी। श्रद्धालु और कावरियों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए जिला प्रशासन के पूरा अमला, कोटवार से लेकर प्रशासनिक अधिकारी, नगरीय निकायों के अमले और अन्य सुविधाएं सहित पुलिस के जवान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था बनाने में लगे हुए है।
कांवरियों के लिए निःशुल्क स्वास्थ शिविर की व्यवस्था इन स्थानों पर
अंमरकंटक से लेकर भोरमदेव मंदिर पहुंच तक मार्ग के हनुमंत खोल के पास स्वास्थ शिविर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा ग्राम कुकदूर, पोलमी, कामठी, गौरकांपा, जलेश्वर महादेव डोंगरिया, कवर्धा स्थित पंचमुखी बुढ़ा महादेव मंदिर, राजानावगांव, और को भोरमदेव मंदिर के समीप स्वास्थ्य शिविर लगाई जाएगी। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम स्टॉप नर्स से लेकर ड्रेसर और चिकित्सकों की विशेष ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके अलावा इस मार्ग में आने वाले सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को श्रद्धालु एवं कांवरियों को स्वास्थ्य सुविधाएं पहुचाने के लिए अलर्ट रहने के निर्देश भी दिए गए है।