हारी सीटों से जीत का मंत्र खोजने निकली कांग्रेस:कार्यकर्ताओं का छलका दर्द, बोले- बहुत उपेक्षित हैं हम, पुनिया-मरकाम को मिले चौंकाने वाले फीडबैक
विधानसभा चुनाव 2023 के पहले कांग्रेस ने विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर कार्यकर्ताओं का मन टटोलना शुरू कर दिया है। सबसे पहले टारगेट प्रदेश की हारी हुई उन 19 विधानसभा सीटों पर है, जहां से कांग्रेस को हार मिली थी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने चार दिन में 13 विधानसभाओं का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सत्ता और संगठन के कामकाज के बारे में कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया।
पुनिया और मरकाम को जो बातें सुनने को मिली, वह बेहद चिंताजनक हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अधिकांश जगहाें पर दोनों ही नेताओं के सामने कार्यकर्ताओं की नाराजगी साफ झलकी। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट कहा कि न तो उनका काम हो रहा है और न ही अफसर उनकी बात सुनते हैं। कुछ नेताओं ने यहां तक बोल दिया कि चार साल हो गए हैं आज तक कभी नहीं लगा प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार है। सत्ता और संगठन दोनों में ही पूछपरख नहीं है।
इन विधानसभाओं तक पहुंचे नेता
- भाटापारा
- बलौदाबाजार
- बिलासपुर
- जैजैपुर
- पामगढ़
- जांजगीर-चांपा
- अकलतरा
- बिलासपुर
- कोटा
- बेलतरा
- मस्तुरी
- बिल्हा
- लोरमी
- मुंगेली
ऐसे सामने आ रही अंदर की बात
पुनिया और मरकाम हर विधानसभा में इस तरह लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
- हर विधानसभा में सम्मेलन कर 200-300 कार्यकर्ताओं को बुलाया जाता है।
- स्थानीय वरिष्ठ नेता, बूथ, तहसील और जिला स्तर के पदाधिकारी होते हैं शामिल।
- बूथ से लेकर विधानसभा तक की कमियों के बारे में पूछा जाता है।
- सम्मेलन के अंत में सत्ता और संगठन के कामकाज को निचले स्तर तक पहुंचाने के निर्देश दिए जाते हैं।
- सभी से कहा जाता है कि वे आपसी सामंजस्य के साथ काम करें, बूथों की मजबूती के लिए प्लान तैयार करें।
कार्यकर्ताओं के मन की बात
मतदाताओं की तरह हमें भी बहलाया जाता है : छोटे-छोटे काम भी नहीं हो रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद कोई पूछने तक नहीं आता।
चेहरा बदलेंगे तभी जीतेंगे : चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी का चेहरा बदलना बहुत जरूरी है। नए चेहरों के साथ बेहतर परिणाम मिलेंगे।
बागियों पर कार्रवाई होनी चाहिए : कांग्रेस सभी जगह काफी मजबूत स्थिति में है लेकिन कांग्रेस को कांग्रेस के नेता ही हराते हैं। इसलिए बागियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
बूथ कार्यकर्ताओं को मिले महत्व : बूथ के कार्यकर्ताओं की कोई पूछपरख नहीं होती। छोटे-छोटे काम भी अफसर और मंत्री नहीं सुनते।
अब आगे क्या
- हारी हुई छह सीटों पर जाकर कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकात
- जीती हुई सीटों के लिए जिले वार बनाएंगे दौरे का प्लान
- चुनाव जीत सकने वाले नेताओं के नाम टटोलेंगे
- कार्यकर्ताओं के अलावा लोगों से भी लेंगे फीडबैक
तीन नेताओं को नोटिस
बिलासपुर शहर कांग्रेस के महामंत्री ऋषि पांडे ने तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जारी नोटिस में आरोप है कि पुनिया व मरकाम के बिलासपुर दौरे के दौरान बैनर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की तस्वीर नहीं लगाई गई थी। नोटिस में शहर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त महामंत्री बंटी खान, सदस्य फारुख खान व राजवर्धन सिंह पर जानबूझकर गुटबाजी फैलाने के आरोप में नोटिस जारी किया गया है। तीनों से 30 सितंबर तक जवाब मांगा गया है।