नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2024 भारत की शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर: डॉ. वीरेन्द्र साहू, कन्या महाविद्यालय कवर्धा में छात्र प्रेरण कार्यक्रम आयोजित

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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध शासकीय राजमाता विजया राजे सिंधिया कन्या महाविद्यालय कवर्धा में सोमवार को दीक्षारंभ 2024-25 के तहत छात्र प्रेरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य रूप से बीए, बीकॉम, बीएससी प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए महाविद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि इन्द्राणी दिनेश चन्द्रवंशी, अध्यक्ष जनपद पंचायत कवर्धा उपस्थित थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र साहू ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में देवकुमारी चन्द्रवंशी पूर्व नपा अध्यक्ष, दिनेश चन्द्रवंशी जनपद सदस्य, मधुतिवारी अध्यक्ष जिला भाजपा महिला मोर्चा, पिंकी पाहुजा, श्रीमती विजय लक्ष्मी तिवारी, सविता ठाकुर,पार्षद मनीषा साहू,भाजयुमो मंत्री दीपक ठाकुर सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालयीन स्टाप तथा विद्यार्थी उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थित जनो को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. वीरेन्द्र साहू नेे शासन की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2024 पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह नीति भारत की शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो हमारे देश के छात्रों के भविष्य को संवारने में अहम भूमिका निभाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2024 का मुख्य उद्देश्य शिक्षा प्रणाली में सुधार लाना और उसे अधिक समावेशी, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण बनाना है। यह नीति हमारे छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए बनाई गई है, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। डॉ. वीरेन्द्र साहू ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2024 के उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि बुनियादी शिक्षा में सुधार के तहत प्रारंभिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देकर, बच्चों के सीखने की नींव मजबूत की जाएगी। इसके लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी, समावेशी शिक्षा के तहत सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। इसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्गों के बच्चों को विशेष सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के तहत शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षण विधियों और पाठ्यक्रमों को आधुनिक और प्रासंगिक बनाया जाएगा। छात्रों को कौशल-आधारित शिक्षा दी जाएगी, ताकि वे बदलती दुनिया की चुनौतियों का सामना कर सकें, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के तहत छात्रों को तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के अवसर प्रदान किए जाएंगे, ताकि वे रोजगार योग्य बन सकें और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा सकें, शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य को साकार करने उच्च शिक्षा संस्थानों में शोध और नवाचार को प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे नए विचारों और खोजों को बढ़ावा मिलेगा, जो देश की प्रगति में सहायक होंगे, नई नीति में शिक्षकों के विकास के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण और उनके सतत् विकास पर जोर दिया जाएगा, ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से मार्गदर्शन कर सकें। नई शिक्षा नीतिम में डिजिटल शिक्षा को शामिल कर डिजिटल उपकरणों और ऑनलाइन शिक्षण संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाएगा, ताकि शिक्षा को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाया जा सके। अपने उद्बोधन के अंत में डॉ साहू ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2024 हमारे देश की शिक्षा प्रणाली को एक नई दिशा और दृष्टि प्रदान करेगी। यह नीति हमारे छात्रों को न केवल ज्ञानवान बनाएगी, बल्कि उन्हें अच्छे नागरिक भी बनाएगी, जो समाज और देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उन्होने सभी से मिलकर इस नीति के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्ध होने और शिक्षा के माध्यम से अपने देश को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का आव्हान किया। वहीं कार्यक्रम की मुख्यअतिथि इन्द्राणी दिनेश चन्द्रवंशी ने महाविद्यालयीन छात्राओं को बेहतर ढंग से शिक्षा ग्रहण अपना और अपने परिवार के साथ समाज व देश का नाम गौरवान्वित करने का आव्हान किया। उन्होने कहा कि प्रदेश व देश की भाजपा सरकार बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने लगातार कार्यकर रही है। कार्यक्रम को दिनेश चन्द्रवंशी तथा श्रीमती देवकुमारी चन्द्रवंशी ने भी संबोधित किया।