राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस : स्कूली बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाई गई..कलेक्टर ने स्वामी करपात्री जी स्कूल पहुंचकर बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाई
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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा, 29 अगस्त 2024। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आज राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर कवर्धा के स्वामी करपात्री जी स्कूल पहुंचकर स्कूली बच्चों को कृमिनाशक दवाई खिलाने अभियान की शुरूआत की। कलेक्टर ने स्कूली छात्र-छात्राओं को कृमि नाशक एल्बेंडाजोल दवाई खिलाई। कलेक्टर श्री महोबे ने एक वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों, किशोर, किशोरियों को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों एवं शासकीय, शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, निजी स्कूलों, अनुदान प्राप्त निजी स्कूलों, महाविद्यालयों और तकनीकी शिक्षा संस्थानों में कृमि नाशक दवा (एल्बेंडाजॉल टेबलेट) खिलाने के लिए निर्देशित किया है। कलेक्टर श्री महोबे ने कृमि मुक्ति दिवस पर निर्धारित 19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को एल्बेंडाजॉल की खुराक लेने के लिए आम जनता से अपील की है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं स्वच्छ भारत मिशन को जिम्मेदारी दी है। उन्होंने कहा कि इन सभी विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका है, सभी विभाग संयुक्त रूप से इसमें कार्य करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य 1 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चे को एल्बेंडाजॉल टेबलेट खिलाना और हैंड वॉश दोनों को शामिल करते हुए सफल बनाना है। इसी प्रकार 24 सितंबर मॉप अप दिवस को छूटे हुए बच्चों को कृमि नाशक दवा (एल्बेंडाजोल टेबलेट) का सेवन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसे पूरा करना है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल राज, जिला शिक्षा अधिकारी वाईडी साहू, सहायक संचालक एमके गुप्ता, डीपीएम अनुपमा तिवारी, जिला सलाहकार डॉ मुकुंद राव, शहरी कार्यक्रम प्रबधक अंसुल, जिला कार्यक्रम समन्वयक आनंद सहित शिक्षक, शिक्षिका उपस्थित थे।
कलेक्टर ने निबंध प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को किया सम्मानित
स्वामी करपात्री जी स्कूल में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के संबंध में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने निबंध प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरूस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। इसके साथ ही कलेक्टर ने विद्यार्थियों को स्वास्थ्य संवर्धन खेल सांप-सीढ़ी का वितरण किया। स्वास्थ्य संवर्धन खेल सांप-सीढ़ी खेल के माध्यम से बच्चे डायरिया से संबंधित जानकारी और बचाव के तरीके को जान सकेगें और अपने प्रतिदिन के दिनचर्या में शामिल कर सकेगें।
मॉप-अप दिवस” 24 सितंबर को छुटे हुए बच्चों को खिलाई जाएगी कृमि नाशक दवा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल राज ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 06 माह के अंतराल में प्रत्येक वर्ष 02 बार आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम के दौरान 1 से 19 वर्ष के बच्चों, किशोर, किशोरियों को शिक्षा संस्थानों में कृमि नाशक दवा (एल्बेन्डाजॉल टेबलेट) खिलाया गया। जिसमें 1 से 2 वर्ष के बच्चों को आधी गोली चूरा करके, 2 से 3 वर्ष के बच्चों को 1 गोली चूरा करके पानी के साथ सेवन कराया गया एवं 3 से 19 वर्ष के बालक-बालिकाओं को 1 गोली चबाकर पानी के साथ सेवन कराया गया। उन्होंने बताया कि उम्र के अनुसार दवा का सेवन कराया जाना है, ताकि ओवरडोज न हो व किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय समस्या न हो। छोटे उम्र के बच्चों को अभिभावक की उपस्थिति में दवा का सेवन कराए जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही मॉप-अप दिवस” 24 सितंबर को छुटे हुए बच्चों को कृमि नाशक दवा (एल्बेन्डाजॉल टेबलेट) का सेवन कराया जाएगा।
3 लाख 83 हजार 559 बच्चो को दी जाएगी एलबेंडाजोल की खुराक
डीपीएम श्रीमती अनुपमा तिवारी ने बताया कि कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के मार्गदर्शन में बढ़ते कुपोषण की रोकथाम शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 29 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर जिले के 3 लाख 83 हजार 559 बच्चों को डिवार्मिंग गोली खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है।
दवा पूर्णत सुरक्षित
यह दवा पूर्णतः सुरक्षित है। जो बच्चे स्वस्थ दिखें उन्हें भी ये खिलाई जानी है क्योंकि कृमि संक्रमण का प्रभाव कई बार बहुत वर्षों बाद स्पष्ट दिखाई देता है। दवा से पेट के कीड़े मरते हैं इसलिए कुछ बच्चों में जी मिचलाना उल्टी या पेट दर्द जैसे सामान्य छुट पुट लक्षण हो सकते हैं लेकिन ये सामान्य व अस्थाई हैं। जिन्हें आंगनबाड़ी व विद्यालय में संभाला जा सकता है। सामान्य बीमार बच्चों को भी दवा दी जा सकती है। दवा लेने के बाद कृमिमुक्त हो जाते है जिससे अच्छे से भूख लगती है खून की कमी दूर होती है। पढ़ने मे मन लगता है, शरीर में उर्जा महसूस होती है। बौद्धिक क्षमता बढती है। 1 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों के लिए अत्यंत ही लाभकारी कार्यक्रम है।
खुले में नहीं करें शौच
कृमि संक्रमण से बचाव के लिए खुली जगह में शौच नहीं करना चाहिए। खाने से पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ धोना चाहिए और फलों और सब्जियों को खाने से पहले पानी से अच्छी तरह धोना चाहिए। नाखून साफ व छोटे रहें साफ पानी पीएं खाना ढक कर रखें और नंगे पांव बाहर ना खेलें और जूते पहनकर रखें। जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती अनुपमा तिवारी ने जिलेवासियों से अपील की है की अपने 1 से 19 वर्ष के सभी बच्चो को आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों के माध्यम से अल्बेंडाजोल की टेबलेट अवश्य खिलाए। श्रीमती तिवारी ने बताया कि इस संबंध में करपात्री स्कूल में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के संबंध में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।