कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

कलेक्टर गोपाल वर्मा ने शासकीय प्राथमिक शाला स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्र का किया आकस्मिक निरीक्षण.. कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन में शामिल होकर भोजन की गुणवत्ता को परखी, बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया.. कलेक्टर कक्षा में पहुंचकर विद्यार्थियों से पढ़ाई सें संबंधित जानकारी ली, बच्चों से पूछे सवाल

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डॉ मिर्जा कवर्धा

कवर्धा, 04 अक्टूबर 2024। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने सहसपुर लोहारा विकासखंड क्षेत्र का भ्रमण कर औचक निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम खोलवा में शासकीय प्राथमिक शाला स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्र पहुंचकर वहां की व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान कलेक्टर ने बच्चों से कक्षा में पहुंचकर उनसे पढ़ाई के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से बड़े ही आत्मीयता से बातचीत की। कलेक्टर  वर्मा ने पढ़ाई कर रहे बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर एक साथ मध्यान्ह भोजन कर भोजन गुणवत्ता की जांच की। भोजन से पहले बच्चों ने मंत्र का उच्चारण किया, जिसमें कलेक्टर  वर्मा ने भी उनका साथ दिया।

कलेक्टर गोपाल वर्मा ने स्कूल के निरीक्षण के दौरान कहा कि शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए और साथ ही मिड-डे मील योजना के तहत उन्हें पोषक आहार प्राप्त हो। कलेक्टर ने शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों में नैतिक मूल्यों और अनुशासन का विकास भी करें। इस दौरान स्कूल परिसर पर बन रहे अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ठेकेदार 07 दिन के भीतर कार्य प्रारंभ नहीं करते है तो आगे नियमानुसार कार्यवाही करें। इस अवसर पर लोहारा एसडीएम सुश्री आकांक्षा नायक, जनपद सीईओं, तहसलीदार श्री विवेक गोहिया, विकासखंड शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर बच्चों के जवाब से हुए प्रोत्साहित , हिन्दी विषय के पाठ अपन चीज के पीड़ा पर प्रकाश डाला

कलेक्टर वर्मा कक्षा आठवी में पहुंचकर पढ़ रहे विषय के बारे में पूछा। बच्चों ने बताया कि विषय हिन्दी का पाठ 12 अपन चीज के पीड़ा का पठन कर रहे है। कलेक्टर ने इससे संबंधित सवाल पूछे। कलेक्टर ने कहा कि “अपन चीज के पीड़ा “ का मतलब है कि केवल अपनी चीज़ों की चिंता करना ही नहीं, बल्कि दूसरों की चीज़ों और उनकी परेशानियों को भी समझना और मदद करना चाहिए। यह हमें सहानुभूति और एकजुटता सिखाता है। जब हम सिर्फ अपनी परेशानियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम समाज से कट जाते हैं। लेकिन जब हम दूसरों के लिए भी सोचते हैं, तो हम एक मजबूत और सहयोगी समुदाय का निर्माण करते हैं। इसलिए, हमें हमेशा दूसरों की भावनाओं और समस्याओं को समझने का प्रयास करना चाहिए। इसके साथ ही कलेक्टर वर्मा कक्षा पहली और दूसरी में पहुंचे। उन्होंने बच्चों से गिनती पूछा। बच्चों ने उसका उत्तर दिया। कलेक्टर ने कक्षा छठवीं में पहुंचकर कक्षा के दीवार में पेंटिग किए गए सौर मंडल के चित्र पर प्रश्न किया कि सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है। सबसे चमकीला ग्रह कौन सा है। बच्चों ने इन सबका तत्परता से जवाब दिया।

कलेक्टर ने उपस्थिति पंजी का किया निरीक्षण

कलेक्टर गोपाल वर्मा ने स्कूल के निरीक्षण के दौरान शिक्षक उपस्थिति पंजी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सभी शिक्षक नियमित रूप से समय पर उपस्थित हो रहे हैं और अपनी जिम्मेदारियों का सही ढंग से निर्वहन कर रहे हैं। पंजी में किसी भी प्रकार की अनियमितता न होने पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया, साथ ही उन्होंने शिक्षकों को समयबद्धता और अनुशासन बनाए रखने के निर्देश भी दिए।

आंगनबाड़ी के बच्चों की नियमित निगरानी और रिपोर्टिंग पर दे जोर-कलेक्टर

कलेक्टर वर्मा ने ग्राम खोलवा में आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र में बच्चों की स्थिति, उपलब्ध सुविधाओं और दी जा रही सेवाओं का जायजा लिया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से बच्चों के पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने बच्चों के लिए भोजन की गुणवत्ता, उपस्थिति और शिक्षण सामग्री की स्थिति की भी जांच की। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि केंद्र में बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं और किसी भी कमी को तुरंत दूर किया जाए। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मचारियों से बच्चों की नियमित निगरानी और रिपोर्टिंग पर जोर देने को कहा, ताकि बच्चों का विकास सही तरीके से हो सके।

कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं को पोषण किट प्रदान किया

कलेक्टर वर्मा ने आंगनबाड़ी केंद्र में उपस्थित गर्भवती महिलाओं को पोषण किट भी प्रदान किए। यह किट महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण स्तर को बेहतर बनाए रखने के उद्देश्य से दिया गया, ताकि गर्भवती महिलाओं को जरूरी पोषक तत्व प्राप्त हों और उनके साथ-साथ नवजात शिशुओं का भी स्वास्थ्य सही रहे। किट में जरूरी खाद्य पदार्थ, विटामिन और मिनरल से भरपूर सामग्री शामिल थी। कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उन्हें नियमित जांच और पोषण के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी गर्भवती महिलाओं को समय पर पोषण किट मिलें और उनकी स्वास्थ्य जांच नियमित रूप से की जाए।

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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