सामुदायिक पुलिसिंग के तहत नक्सल प्रभावित गांव कुमान में कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन.. कुमान एवं के पटवा थाना बिरसा (एमपी)के बीच कड़ा मुकाबला 15_16, 1 पॉइंट से जीता कुमान ,500 की संख्या में ग्रामीण उपस्थित होकर थाना प्रभारी रोशन बघेल का स्वागत किया पारंपरिक रूप से..
Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा
कबीरधाम, 11 अक्टूबर 2024 – नक्सल प्रभावित सुदूर वनांचल क्षेत्र में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत पुलिस और ग्रामीणों के सहयोग से ग्राम कु एलमान (थाना झलमला में दिनांक 07 अक्टूबर से 10 अक्टूबर 2024 तक भव्य कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिला मुख्यालय से 68 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में पहली बार इतना बड़ा आयोजन हुआ, जिसमें कबीरधाम, खैरागढ़, बेमेतरा और बालाघाट जिले के सीमावर्ती 33 गांवों की कबड्डी टीमों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता का समापन अवसर पहुंचे थाना प्रभारी रोशन बघेल द्वारा किया गया, ग्रामीण अध्याय स्वागत किया फाइनल मैच में खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर और टॉस कराकर खेल का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और भाईचारे को बढ़ावा देना, युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करना और पुलिस तथा ग्रामीणों के बीच आपसी विश्वास को सुदृढ़ करना था।
सामुदायिक पुलिसिंग: नक्सलवाद से मुक्ति की ओर एक कदम
कबीरधाम पुलिस द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने और विकास कार्यों को गति देने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग एक महत्वपूर्ण रणनीति बन चुकी है। पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल (आईपीएस) के नेतृत्व में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल, एवं पंकज पटेल के पर्यवेक्षण में, उप पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव सतीश धुर्वे, कृष्ण कुमार चंद्राकर, रक्षित निरीक्षक महेश्वर सिंह, और थाना प्रभारी झलमाला रोशन बघेल, उप निरीक्षक किसन तिलगाम , जिला विशेष शाखा के टीम प्रधान आर घनाराम सिन्हा, अभिजीत सिंह, आरo कृपाराम मरावी,नव राजूलाल यादव ,दिवाकर उर्फ लिबारु, मगलु तीजु ,की टीम ने मिलकर इस प्रतियोगिता को सफल बनाया।
कभी नक्सलियों के लिए सेफ जोन माना जाता था कुमान पुलिस बेस कैंप खुले जाने से ग्रामीणों में भय मुक्त होकर शासन के योजनाओं का लाभ ले रहे हैं
सामुदायिक पुलिसिंग का मुख्य उद्देश्य न केवल अपराध और नक्सलवाद का मुकाबला करना है, बल्कि ग्रामीणों के बीच पुलिस की सकारात्मक छवि बनाना और उनके साथ संवाद स्थापित करना भी है। यह प्रतियोगिता उसी प्रयास का हिस्सा थी, जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवा खेलों में रुचि लें, और उन्हें मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर मिले।
ग्रामीणों और खिलाड़ियों में उत्साह
ग्राम कुमान और आस-पास के गांवों में यह प्रतियोगिता एक उत्सव के रूप में मनाई गई। लगातार चार दिनों तक चले इस आयोजन के दौरान ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। इस मौके पर सरपंच ग्राम खेल समिति से समारू बैगा, संत कुमार, गिरवर, लक्ष्मण, ग्राम पटेल,सहित 400, 500कि संख्या में स्थानीय ग्रामीण, महिलाएं, पुरुष और खिलाड़ी उपस्थित थे।
प्रतियोगिता के दौरान पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल था। ग्रामीणों ने न केवल खेल का आनंद लिया, बल्कि पुलिस और प्रशासन के प्रति अपनी कृतज्ञता भी व्यक्त की। इस आयोजन ने यह साबित किया कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच आपसी सहयोग से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की राह संभव है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सामुदायिक विकास की दिशा
कबड्डी जैसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक विकास को बढ़ावा देना पुलिस का एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों में शामिल किया जा सकता है, बल्कि उन्हें नक्सलवाद से दूर रखने के लिए भी प्रोत्साहन मिलता है।
कबीरधाम पुलिस ने यह पहल कर यह साबित किया है कि सामुदायिक पुलिसिंग से नक्सलवाद से निपटने में काफी मदद मिल सकती है। ऐसे आयोजन न केवल खेल प्रतिभाओं को उभारते हैं, बल्कि ग्रामीणों को मुख्यधारा से जोड़ने में भी मददगार साबित होते हैं।
इस प्रतियोगिता के माध्यम से पुलिस ने यह संदेश दिया कि नक्सलवाद का समाधान केवल बल प्रयोग से नहीं, बल्कि विकास, संवाद, और आपसी सहयोग से भी संभव है।