US स्कूलों में पुलिस तैनात: मास शूटिंग की बढ़ती घटनाओं के बाद लिया गया फैसला; बच्चे खुद को कैद में समझ रहे
अमेरिका के स्कूलों में मास शूटिंग की घटनाओं के बाद वहां पुलिस तैनाती की गई है। हालांकि, कुछ स्कूलों में इसका बच्चों पर विपरीत असर भी देखने को मिल रहा है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के एक शोध में सामने आया है कि अधिक पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था को देख कर बच्चे स्कूल को जेल समझने लगते हैं। परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते। कई बच्चों ने स्कूल आना ही कम कर दिया है।
ऐसे बच्चे स्कूल पास करने के बाद कॉलेज में दाखिला नहीं लेते और अपनी शिक्षा को आगे जारी नहीं रखते। स्कूल में ज्यादा सुरक्षा होने पर बच्चों की पढ़ने और सीखने की इच्छा में कमी आती है। बच्चे मानते हैं कि इतनी सुरक्षा और निगरानी के बीच स्कूल का अनुभव परेशान करने वाला हो जाता है। शोध में शामिल ओडिस जॉनसन के मुताबिक, बच्चों में स्कूल जाने से भय पैदा हो रहा है।
अश्वेत बच्चों पर ज्यादा निगरानी रखते हैं पुलिसकर्मी
शोध के मुताबिक, पुलिसकर्मी स्कूलों में अश्वेत बच्चों पर अन्य बच्चों की तुलना में चार गुना ज्यादा निगरानी रखते हैं। स्कूल में बच्चों को मेटल डिटेक्टर से चेक किया जाता है और ड्रग टेस्टिंग भी की जाती है। इस सब का बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।