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कबीरधाम जिले के सर्वांगीण विकास की दिशा में डीएमएफ कोष का महत्वपूर्ण योगदान-सांसद संतोष पाण्डेय.. सांसद संतोष पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) की बैठक आयोजित..बैठक में जिले के विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं पर की गई चर्चा..

Editor In Chief 

डॉ मिर्जा कवर्धा 

कवर्धा, 14 नवम्बर 2024। सांसद  संतोष पाण्डेय की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) की बैठक आयोजित की गई। डीएमएफ की बैठक में जिले के विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं पर चर्चा की गई। सांसद  पाण्डेय ने कहा कि संबंधित अधिकारी और जनप्रतिनिधि एकजुट होकर कार्य करेंगे तो क्षेत्र की प्रगति सुनिश्चित की जा सकेगी और जिले में विकास की गतिविधि आगे बढ़ेंगे। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समन्वय के साथ कार्य करें और जरूरतमंदों को लाभान्वित करें। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष  सुशीला भट्ट, कलेक्टर  गोपाल वर्मा, जिला पंचायत सीईओं  अजय त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर  मोनिका कौड़ो सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी उपस्थित थे।

सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि कबीरधाम जिले के सर्वांगीण विकास की दिशा में डीएमएफ कोष का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने बताया कि इस कोष से जिले के दूरस्थ और खनिज-प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार, शिक्षा, स्वास्थ्य और अधोसंरचना के क्षेत्र में कार्य किए जा रहे हैं। सांसद पाण्डेय ने यह भी कहा कि डीएमएफ कोष से जिले में विकास कार्यों को प्राथमिकता देने के लिए स्थानीय जरूरतों का ध्यान रखना जरूरी है। कबीरधाम जिले के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए जिला खनिज संस्थान न्यास के तहत प्राप्त निधियों का बेहतर और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जिले के अंतिम व्यक्ति तक सुविधाएं पहुंचाने का प्रयास किया जाना चाहिए। सांसद ने जिला खनिज संस्थान न्यास की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह निधि जिले के विकास में अहम योगदान देती है। इस निधि का उद्देश्य जिले के विकास और जनकल्याणकारी कार्यों में समर्पित करना है, जिससे जिले के हर व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंच सके। सांसद  पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समन्वय के साथ कार्य करें और जरूरतमंदों को अधिकतम लाभान्वित करें।

जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) की बैठक में जिले के अलग-अलग क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं और शिकायतों को सामने रखा। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्रों में किन-किन समस्याओं का सामना किया जा रहा है और इसके समाधान के लिए क्या-क्या आवश्यकताएं हैं। सांसद  पाण्डेय ने इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समयबद्ध तरीके से समाधान के लिए कदम उठाएं। इस दौरान उन्होंने जल जीवन मिशन, जिले के स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने पशु पालकों के लिए पशु शेड से लाभान्वित करने, प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।

डीएमएफ के उपयोग पर समीक्षा

बैठक में पिछले सालों में डीएमएफ कोष से किए गए कार्यों की भी समीक्षा की गई। सांसद पाण्डेय ने अधिकारियों से कहा कि ऐसे कार्यों की मॉनिटरिंग की जाए ताकि उनके प्रभाव और उपयोगिता का सही आकलन हो सके। साथ ही उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि स्थानीय समुदाय की आवश्यकताओं के अनुसार नए विकास कार्य प्रस्तावित किए जाएं।

नए कार्यों के प्रस्ताव

बैठक में अधिकारियों ने विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए नए प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण, शिक्षा संस्थानों में आधारभूत सुविधाओं का विकास और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना शामिल था। सांसद पाण्डेय ने इन प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए कहा कि हर कार्य में जिले की जरूरतों और संभावनाओं का ध्यान रखा जाए।

डीएमएफ निधि का उपयोग विकास कार्यो में करें

बैठक में सांसद ने जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि डीएमएफ की राशि का अधिकतम उपयोग जिले के विकास में किया जाए। उन्होंने जोर दिया कि विकास कार्यों में गुणवत्ता और समय सीमा का पालन सुनिश्चित किया जाए ताकि जिले के लोगों को इन योजनाओं का लाभ जल्द से जल्द मिल सके।

ग्रामीणों से संवाद कर विकास कार्यो की योजना बनाएं  

सांसद संतोष पाण्डेय ने जिले में चल रही डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन योजना की प्रगति और उसके प्रभाव की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से पूछा कि इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं और इसके माध्यम से जिले के स्वच्छता स्तर में कितना सुधार हुआ है। सांसद ने अधिकारियों से कहा कि डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का उद्देश्य न केवल कचरे का नियमित संग्रहण करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि लोग अपने घरों से ही कचरे का सही तरीके से निपटान करें। सांसद श्री पाण्डेय ने कहा कि ग्राम का वास्तविक विकास वहीं होता है जब उसमें ग्रामवासियों की सक्रिय भागीदारी हो। उन्होंने बताया कि गांव के लोग अपने क्षेत्र की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को सबसे बेहतर ढंग से समझते हैं, इसलिए उनके सुझावों और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास कार्यों की योजना बनानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीणों के साथ संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को समझा जाए और उन्हें विकास की प्रक्रिया में शामिल किया जाए।  

दिव्यांग नागरिकों की विस्तृत सूची तैयार करने के दिए निर्देश

सांसद संतोष पाण्डेय ने जिले में दिव्यांग व्यक्तियों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाने की पहल की। उन्होंने समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिया कि जिले के सभी दिव्यांग व्यक्तियों की एक विस्तृत और अद्यतन सूची तैयार की जाए। इस सूची में प्रत्येक दिव्यांग व्यक्ति की दिव्यांगता के प्रकार और स्तर का विवरण शामिल हो, ताकि उन्हें उनकी आवश्यकताओं और दिव्यांगता के अनुसार विभिन्न सरकारी योजनाओं और सहायता का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं और सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन कई बार जानकारी के अभाव या सूची के अधूरेपन के कारण उन्हें इनका लाभ नहीं मिल पाता है। उन्होंने समाज कल्याण विभाग को कहा कि सर्वेक्षण और सूची निर्माण का कार्य पूरी संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ किया जाए, ताकि जिले का कोई भी दिव्यांग व्यक्ति सहायता से वंचित न रहे।

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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