उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने श्री रामलला के दर्शन कर वापस कवर्धा पहुंचे श्रद्धालुओं का सीताराम संकीर्तन मंडली के साथ किया अभूतपूर्व स्वागत.. उपमुख्यमंत्री शर्मा ने श्रद्धालुओं का कवर्धा विधायक कार्यालय में तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर, शॉल, श्रीफल भेंटकर किया अभिनंदन
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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा, 22 नवंबर 2024। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज अयोध्या में विराजित प्रभु श्री रामलला के दर्शन कर वापस कवर्धा पहुंचे श्रद्धालुओं का सीताराम संकीर्तन मंडली के साथ उनका अभूतपूर्व स्वागत और अभिनंदन किया। उपमुख्यमंत्री शर्मा ने प्रभु रामलला की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना भी की। उन्होंने अयोध्या से दर्शन करके आए श्रद्धालुओं का कवर्धा विधायक कार्यालय में तिलक लगाकर, साड़ी, धोती भेंटकर, एवं माला पहनाकर अभूतपूर्व स्वागत और अभिनंदन किया। जिससे उनकी यात्रा और भी स्मर्णीय बन गई। उन्होनें सभी श्रद्धालुओं से अयोध्या दर्शन यात्रा के अनुभव के बारे में जाना।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अयोध्या के रामलला दर्शन के महत्व को बताते हुए कहा कि रामलला का दर्शन हर श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष और पवित्र अनुभव होता है। उन्होंने कहा कि समाज के लंबे संघर्ष लगभग 500 साल के बाद अयोध्या में मंदिर का निर्माण हुआ है और भगवान श्रीराम विराजित हुए है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने प्रभु श्री रामलाल दर्शन योजना प्रारंभ की है जिससे पूरे प्रदेश के श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे है और भगवान राम के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि रामलला का दर्शन करना एक अत्यंत पवित्र और अविस्मरणीय अनुभव है। अयोध्या में रामलला के दर्शन से मन को शांति और आत्मा को संतोष मिलता है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री रामलाल दर्शन योजना का उद्देश्य अधिक से अधिक श्रद्धालु इस पवित्र अनुभव का लाभ उठा सके और भगवान राम के आर्शीवाद से अपना जीवन धन्य बना सके।
सीताराम संकीर्तन मंडली के भजन-कीर्तन से भक्ति का रहा माहौल
विधायक कार्यालय कवर्धा में आयोजित भव्य स्वागत के दौरान सीताराम संकीर्तन मंडली द्वारा प्रस्तुत किए गए भजन-कीर्तन ने आयोजन को और भी भक्तिमय बना दिया। मंडली के भव्य कीर्तन और भजनों ने माहौल को अत्यधिक भावुक और आध्यात्मिक बना दिया, जिससे श्रद्धालुओं के दिलों में भक्ति का अलौकिक अहसास हुआ। श्रद्धालुओं ने इस आयोजन में न केवल आध्यात्मिक अनुभव का आनंद लिया, बल्कि एक दूसरे के साथ मिलकर राम भक्ति में रंगी इस यात्रा को संजोने की कोशिश भी की।