रामायण पवित्र ग्रंथ ,अमृत कथा जो भगवान राम के आदर्शों पर चलने व जीवन जीने की प्रेरणा देती है : गीता घासी साहू

छुरिया से अकील मेमन की रिपोर्ट
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डॉ मिर्जा, कवर्धा
राजनांदगांव।
खुज्जी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत हैदलकोडो एवं साल्हेटोला में दो दिवसीय सस्वर मानस गान सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती गीता घासी साहू अध्यक्ष जिला पंचायत राजनांदगांव थी। प्रभु श्री रामचंद्र जी की छाया चित्र पर पुष्प माल्यार्पण कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर अध्यक्ष श्रीमती गीता घासी साहू ने कहा कि हम सभी भगवान श्री रामचंद्र द्वारा स्थापित आदर्शों को आत्मसात कर भवसागर को पार कर सकते हैं गोस्वामी तुलसीदास जी ने प्रकृति के सभी देवी देवताओं, ऋषि-मुनियों, जीव-जंतुओं, पेड़ पौधों को सिमरन कर रामचरितमानस की रचना की, रामायण पवित्र ग्रंथ व अमृत कथा है जो भगवान राम द्वारा स्थापित आदर्शों पर चलने व जीवन जीने की प्रेरणा देती है। रामायण हमें सत्य मार्ग पर चलने की सीख देती है ।क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में अखंड नवधा रामायण भक्तिमय वातावरण में आयोजन किया जा रहा है। अखंड नवधा रामायण हमारी छत्तीसगढ़ी संस्कृति का आधार है। प्रत्येक गांव में नवधा रामायण का आयोजन किया जा रहा है जो अखंड नवधा रामायण के श्रवण पान से हमारा ये मानव जीवन चरितार्थ हो जाता है प्रभु श्री राम ने प्रेम ,दया और समानता के भाव से मर्यादा में रहकर एक पुत्र, पति ,भाई व एक राजा की जिम्मेदारी का निर्वहन किया इसलिए उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है।
इस अवसर पर श्रीमती गीता घासी साहू अध्यक्ष जिला पंचायत राजनांदगांव खिलेश्वर साहू महामंत्री मंडल भाजपा छुरिया, घासी राम साहू महामंत्री भाजपा किसान मोर्चा, कुमुद किशोर शुक्ला, मोनू साहू पूर्व सरपंच, चित्रांगन साहू, कुमार साहू, रजलाल साहू, शैलेंद्र यदु,सुकलाल साहू ,रामखिलावन ऊइके सरपंच, चुरेंद्र साहू, शंकर भारद्वाज, योसमन जेठुमल, मिशन केकती,भग्गु लाल,बिल्लू सेन,रोम साहू, खिलावन जेठुमल, हरिश्चंद्र, दुर्गा साहू, अलख साहू,लोचन यदु, नंदू राम, उमेश यादव, प्रवित साहू ,जमील ठाकुर, महेश कुमार सिन्हा, वासुदेव विश्वकर्मा, राजेंद्र पाल,बंसी लाल यादव ,देवनाथ साहू, मोहित उइके, हेमलता, रोहित महानादिया ,अनूप चंद्रवंशी, बिसरू चंद्रवंशी, नरेंद्र उइके, कमा चंद्रवंशी ,संगीता उईके, अनार बाई, मीना बाई, नरेश साहू, हृदय ठाकुर, दिलीप नेताम ,गिरधारी निर्मलकर, दूधनाथ मंडावी ,आत्माराम चंद्रवंशी आदि मौजूद रहे।