गणतंत्र दिवस पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने किया ध्वजारोहण.. पुलिस अधीक्षक ने आत्मसमर्पित नक्सलियों को किया गया सम्मानित
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डॉ मिर्जा कवर्धा
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (आईपीएस) द्वारा तिरंगा ध्वज फहराया गया। इस अवसर पर पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल, पंकज कुमार पटेल, डीएसपी प्रतीक चतुर्वेदी, संजय धुव, भूपत सिंह, अंजू कुमारी और कृष्णा चंद्राकर शामिल थे।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने ध्वजारोहण के बाद संबोधन करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस केवल एक राष्ट्रीय पर्व नहीं, बल्कि यह हम सभी को अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का एहसास कराता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश के लोकतांत्रिक मूल्यों और स्वतंत्रता की रक्षा की शपथ लेना है। उन्होंने पुलिस विभाग की उपलब्धियों को भी साझा किया और आगामी कार्यों के लिए सभी को प्रेरित किया।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को किया सम्मानित
इस दिन की खासियत यह रही कि पुलिस अधीक्षक ने आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों को भी सम्मानित किया। धर्मेंद्र सिंह ने विशेष रूप से दो आत्मसमर्पित नक्सलियों जो पुलिस आरक्षक बन कर सेवा दे रहे है दिवाकर और लिबरू को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इन दोनों नक्सलियों ने अपने हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होकर अब पुलिस विभाग में आरक्षक के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा यह कदम न केवल समाज में बदलाव की दिशा में एक मील का पत्थर है, बल्कि यह उन लोगों के लिए प्रेरणा भी है जो हिंसा के रास्ते पर चल रहे हैं। उन्होंने दोनों आत्मसमर्पित नक्सलियों की साहसिक निर्णय और सुधार की दिशा में किए गए कार्यों को सराहा। दिवाकर और लिबरू दोनों के चेहरे पर खुशी और गर्व साफ झलक रहा था, जो यह दर्शाता है कि अब उन्होंने समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर अपने जीवन को एक नई दिशा दी है।
पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया
गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और जवानों को भी सम्मानित किया गया। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए उन्हें बधाई दी और कहा कि पुलिस विभाग में हर अधिकारी और जवान की मेहनत हमारे समाज को सुरक्षित और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी गणतंत्र दिवस के इस मौके पर अपने-अपने विचार साझा किए।