कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

बूढ़ा महादेव मंदिर में भक्तमाल कथा का भव्य आयोजन, 31 वर्षों से प्रज्वलित है संकीर्तन की अखंड ज्योति..

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डॉ मिर्जा कवर्धा 

कवर्धा। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर में भक्तमाल कथा का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस विशेष आयोजन में भक्तों को महान संतों के प्रेरणादायक चरित्रों और भक्ति की शक्ति का दिव्य अनुभव प्राप्त होगा। धर्म प्रेमियों के लिए यह अवसर आध्यात्मिक उत्थान और आस्था के प्रतीक के रूप में यादगार बनने वाला है।

31 वर्षों से जल रही है संकीर्तन महायज्ञ की अखंड ज्योति

विक्रम संवत 2050, महाशिवरात्रि के दिन 10 मार्च 1994 को राजपुरोहित कुलभूषण अर्जुन प्रसाद शर्मा की अगुवाई में गौमाता की रक्षा के उद्देश्य से श्री सीताराम नाम संकीर्तन महायज्ञ की ज्योति प्रज्वलित की गई थी। धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी और संतों के आशीर्वाद से प्रारंभ हुए इस महायज्ञ की लौ पिछले 31 वर्षों से अविरल जल रही है।

भक्तों की आस्था और समर्पण से यह यज्ञ न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान बना बल्कि समूचे क्षेत्र में आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र भी बन गया है। इस महायज्ञ में संकीर्तन की आहुति समर्पित कर भक्तजन अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

हनुमंतलाल और नर्मदा मैया का दिव्य सानिध्य

कहा जाता है कि जब यह संकीर्तन महायज्ञ प्रारंभ हुआ, तब से हनुमंतलाल, नर्मदा मैया और शनिदेव स्वयं मूर्तिमान रूप में इस यज्ञ में विराजमान हैं। भक्तों का मानना है कि इस यज्ञ में शामिल होने से सभी विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

भक्तमाल कथा – संतों के जीवन से मिलेगा दिव्य संदेश

महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 31 वर्षों की पूर्णता पर विक्रम संवत 2081, 26 फरवरी से 4 मार्च 2025 तक प्रतिदिन भक्तमाल कथा का आयोजन किया जाएगा। इस विशेष आयोजन में संतों के जीवन प्रसंगों और भक्ति की महिमा का गुणगान किया जाएगा।

कथा का समय और स्थल

यह भक्तिमय कथा प्रतिदिन गोधूलि बेला में शाम 4 बजे से श्री बूढ़ा महादेव मंदिर प्रांगण में आयोजित होगी। कथा का समापन हरि इच्छा पर निर्भर करेगा। यह आयोजन धर्म प्रेमियों के लिए एक दिव्य अवसर होगा, जहां वे संत चरित्रों से प्रेरणा लेकर अपने आध्यात्मिक जीवन को समृद्ध कर सकते हैं।

प्रख्यात कथा व्यास करेंगे अमृत वर्षा

इस भक्तमाल कथा में प्रतिष्ठित कथा वाचक अपनी वाणी से भक्तों को भक्ति रस में सराबोर करेंगे। कथा वाचकों में राजेश शास्त्री, अमित शास्त्री, हित आशीष कृष्ण, ध्रुव महाराज, अभिषेक महाराज, श्रीधराचार्य शर्मा और चंद्रभूषण शर्मा प्रमुख हैं। परायणकर्ता के रूप में हेमंत शर्मा अपनी भूमिका निभाएंगे।

समर्पित समितियों का विशेष योगदान

इस भव्य आयोजन में मां काली शंकर सेवा समिति, श्री सीताराम नाम संकीर्तन महायज्ञ समिति, श्री राधामाधव गौसेवा समिति, बोल बम कांवरिया यात्रा समिति और समस्त संकीर्तन प्रेमी भक्तजनों का विशेष योगदान है। इन समितियों ने पूरे आयोजन को सफल बनाने के लिए अपनी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य किया है।

भक्तों से आयोजन में शामिल होने की अपील

आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालु भक्तों से अपील की है कि वे इस भक्तमाल कथा में भाग लेकर आध्यात्मिक लाभ अर्जित करें और पुण्य के भागी बनें। यह आयोजन न केवल भक्तों के मन में भक्ति की भावना को प्रज्वलित करेगा, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करेगा।

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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