कबीरधाम पुलिस का मादक पदार्थ तस्करों पर करारा प्रहार, उड़ीसा बॉर्डर से जुड़े सप्लाई नेटवर्क की कमर तोड़ने की तैयारी

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डॉ मिर्जा कवर्धा
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल एवं पंकज पटेल के मार्गदर्शन और एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी एवं कृष्ण कुमार चंद्राकर के पर्यवेक्षण में कबीरधाम पुलिस द्वारा नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में गांजा तस्करी के संगठित नेटवर्क को ध्वस्त करने के तहत पुलिस ने तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो उड़ीसा से आने वाले गांजे की खरीद में ऑनलाइन भुगतान कर सक्रिय रूप से शामिल था।
विगत दिनों दिनांक 07.01.2025 को कबीरधाम पुलिस ने चौकी दशरंगपुर, थाना पिपरिया* के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर हाई स्कूल दशरंगपुर के पास वाहन चेकिंग के दौरान हुंडई वेन्यु कार (CG-07-BX-5675) से 6.320 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा बरामद किया था। इस मामले में थाना पिपरिया में अपराध क्रमांक 10/2025 धारा 20(बी)NDPS एक्ट दर्ज कर दो आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया था—
1. धनराज पवार पिता राजू पवार, निवासी वार्ड नं. 48, नंदनी चौक, राजनांदगांव
2. मोहम्मद इरफान खान पिता अब्दुल रहमान, निवासी वार्ड नं. 14, स्टेशन पारा, थाना सिटी कोतवाली, राजनांदगांव
इनके पास से जप्त सामग्रियों का विवरण:
– गांजा – 6.320 किलोग्राम (कीमत ₹63,200/-)
– हुंडई वेन्यु कार (CG-07-BX-5675) (कीमत ₹6,00,000/-)
– तीन टचस्क्रीन मोबाइल (कुल कीमत ₹24,000/-)
– कुल जप्त सामग्री की कीमत – ₹6,87,200/-
उपरोक्त अपराध में गहन जांच और मोबाइल डेटा विश्लेषण में यह खुलासा हुआ कि यह तस्करी नेटवर्क उड़ीसा बॉर्डर से संचालित हो रहा है और वहां से गांजा छत्तीसगढ़ के कई जिलों सहित अन्य राज्यों तक सप्लाई किया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी शिवम यादव पिता विजय यादव उम्र 27 वर्ष निवासी दुर्गा मंच के बाजू खैरागढ़ छ.ग. को ट्रेस कर कवर्धा लाकर पूछताछ की, जिसमें उसने स्वीकार किया कि उसने उड़ीसा से आने वाले गांजे की खरीद के लिए ऑनलाइन भुगतान किया था। पुलिस ने उसके पास से ट्रांजैक्शन वाला मोबाइल भी जब्त किया है।
मामले में पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर आरोपी शिवम यादव को 26.02.2025 को 11:55 बजे विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया और परिजनों को सूचना दी गई। स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत उसे न्यायालय में पेश कर 04.03.2025 तक न्यायिक रिमांड प्राप्त किया गया है।
इस मामले में पहले 07.01.2025 को आरोपियों धनराज पवार और मोहम्मद इरफान खान को गिरफ्तार कर लिया गया था।
प्रकरण की अग्रिम विवेचना डीएसपी कृष्ण कुमार चंद्राकर के पर्यवेक्षण में थाना कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में उप निरीक्षक रजनीकांत दिवान द्वारा की जा रही है।
उक्त आरोपी की गिरफ्तारी में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष मिश्रा, एएसआई चंद्रकांत तिवारी, संजीव तिवारी, हेड कांस्टेबल चुम्मन साहू, आरक्षक संदीप शुक्ला एवं नरेंद्र चंद्रवंशी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। साइबर सेल टीम द्वारा तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से आरोपियों के बीच ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, कॉल डिटेल्स और लोकेशन ट्रैकिंग* कर इस पूरे नेटवर्क की पहचान की गई, जिससे आरोपियों तक पहुंचना संभव हो सका।
पुलिस मुख्यालय एवं पुलिस महानिरीक्षक दीपक कुमार झा (भा.पु.से.) के निर्देशानुसार अब इस पूरे नेटवर्क पर स्रोत (सोर्स) से लेकर अंतिम गंतव्य (डेस्टिनेशन) तक कार्रवाई की योजना बनाई गई है। कबीरधाम पुलिस द्वारा पहली बार गांजा तस्करी के नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने और पूरे तंत्र को ध्वस्त करने की दिशा में की जा रही सबसे सख्त कार्रवाई है।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) ने इस कार्रवाई को *नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि कबीरधाम पुलिस नशे के नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि यदि उन्हें गांजा, नशीली गोलियों, ड्रग्स या अन्य मादक पदार्थों की अवैध बिक्री व परिवहन की कोई भी सूचना प्राप्त हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि तस्करों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जा सके।
कबीरधाम पुलिस: नशामुक्त और सुरक्षित समाज के लिए संकल्पबद्ध।