कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

आवास के साथ भगेला श्रीवास को मिला न्याय, राशन और बिजली बिल हाफ योजना से घर हो रहा है रोशन  

भगेला श्रीवास ने बताया आवास और छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं से पूरा हुआ उनका सपना

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डॉ मिर्जा कवर्धा 

 

 

कवर्धा, 18 जनवरी 2023। हर व्यक्ति का सपना होता है कि उन्हे जीवन की तीन मूलभूत आवश्यकताएं रोटी, कपड़ा और मकान मिल जाए। कबीरधाम जिले के भगेला श्रीवास के साथ ऐसा ही हुआ। पीएम आवास योजना से कच्चा मकान आज पक्का बन गया। भगेला श्रीवास और उनके पूरे परिवार का जीवन आज राज्य सरकार की न्याय योजनाओ से गुलजार हो रहा है। छत्तीसगढ़ शासन की सौर्वभौम पीडीएम योजना से रोटी की चिंता दूर हुई, और उनका घर बिजली बिल हाफ योजना से रोशन हो रहा है। उन्हे स्वच्छ भारत योजना का लाभ भी मिला। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से उन्हे धान का वाजिब दाम भी मिल रहा है। समय-समय पर धान की राशि मिलने से उनके बच्चों का सभी आवश्यकताएं भी पूरी हो रही है।

भगेला श्रीवास कबीरधाम जिले के ग्राम धमकी का रहने वाला है। पहले उनके पास कच्चा मकान था। उनके परिवार को बरसात के दिनों में उन्हे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था। खपरैल का घर होने से बरसात का पानी सीधा घर के अंदर घुस जाता था। उनका सपना था कि उनका भी एक पक्का मकान हो। उनका सपना प्रधानमंत्री आवास योजना से पूरा हुआ। आज उनका पक्का मकान बन गया। बरसात के दिनों में होने वाली समस्याओं से उनके परिवार ने छूटकारा पा लिया। एक आदर्श और सम्मान जनक जीवन जीने के लिए आवास ही सब कुछ नहीं होता। सम्मान जनक जीवन के लिए रोटी, कपड़ा और रोजगार भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

भगेला श्रीवास और उनके परिवार के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित सौर्वभौम पीडीएस योजना, बिजली बिल हाप योजना और राजीव गांधी किसान न्याय योजनाओं ने उनके जीवन को खुशियों से भर दिया है। घर में चाय बनाती हुई भगेला की पत्नी ने बताया कि मकान के साथ रोटी की चिंता दूर हो गई है। उनका राशन कार्ड बना है। हर महीना 35 किलो चावल मिल रहा है। परिवार का भरपेट भोजन की चिंता दूर हो गई हैं। घर में बिजली का मीटर भी लगा है। पहले बिजली बिल ज्यादा आता था, लेकिन जब से बिजली बिल हाफ योजना छत्तीसगढ़ सरकार ने लागू किया है, तब से घर का खर्चा बच गया है। उनके दो बच्चे है। गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रहा है। बच्चों को स्कूल में मध्यान्ह भोजन से खान मिल रहा है। भगेला ने बताया कि वह गांव का बहुत छोटा किसान भी है। उन्हे धान का समर्थन मूल्य मिल रहा है और अंतर की राशि राजीव गांधी न्याय योजना से समय-समय पर चार किस्तों में सही समय में मिल रहा है। समय-समय पर धान का राशि मिलने से वह अपने बच्चों से लिए तीज-त्योहार और दीपावली में नए कपड़े भी ले लेता है। भगेला श्रीवास की पत्नी ने बताया कि वह गांव मे महिला स्वसहायता समूह से जुड़ गई है। उन्होने मुस्कुराते हुए बताया कि काका है तो भरोसा है, आने वाले दिनों में समूह से जुड़ने का लाभ मिलेगा। रमेशर भगेला के पिता है। उन्होंने आवास के लिए प्रधामंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उनके मूलभूत आवश्यकता को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया है।

News Desk

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