डॉ मिर्जा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, भारतीय जनता पार्टी – अल्पसंख्यक मोर्चा.. अगर इंसानियत का कोई धर्म होता, तो पहलगाम के मासूम ज़िंदा होते!l

ब्यूरो चीफ मेघा यादव की रिपोर्ट..
देश आज फिर आंसुओं में डूबा है… कश्मीर की वादियाँ फिर लहू-लुहान हैं। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने न सिर्फ गोलियों से निर्दोषों के सीने छलनी किए, बल्कि हमारे देश की आत्मा पर वार किया है। और उस से भी घिनौना यह है कि इन मासूमों से पहले उनका धर्म पूछा गया… और फिर उनकी जान ले ली गई!
क्या यही है उनका मज़हब? क्या यही है उनका जेहाद? नहीं! लाखों बार नहीं!
इस्लाम के नाम पर खून बहाने वाले ये दरिंदे ना मुसलमान हैं, ना इंसान।
जो मज़हब मोहब्बत सिखाता है, वो मज़हब किसी को भी मज़हब पूछकर मारने की इजाज़त नहीं देता!
इस्लाम को बदनाम करने वाले ये राक्षस दरअसल आतंक के पालित-पोषित ज़हरीले नाग हैं, जिनका सिर कुचलना अब ज़रूरी हो गया है।
मैं, डॉ. मिर्ज़ा, भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़ा एक जिम्मेदार कार्यकर्ता, इस दरिंदगी की घोर निंदा करता हूँ – और साथ ही देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, गृहमंत्री श्री अमित शाह जी और रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह जी से माँग करता हूँ: की जिन्होंने यह करना हरकत किया है उन्हें उनके घर घुस के मारा जाए।
अब समय आ गया है – जवाब का नहीं, सज़ा का।
हर वो आतंकी, हर वो साजिशकर्ता, हर वो गद्दार – जो इस कत्लेआम में शामिल है, उसे ज़मीन के ऊपर छोड़ना अब इंसानियत के साथ गद्दारी होगी। पाकिस्तान, जो इन नरपिशाचों को पनाह देता है, उसे अब सिर्फ बयान नहीं, सबक दिया जाए।
एक ऐसा सबक… जिसे इतिहास दोहराए नहीं, याद करे!
मैं भारत के हर मुसलमान की तरफ से ये कहना चाहता हूँ –
“हम आतंक के खिलाफ हैं। हम उन दरिंदों के खिलाफ हैं जो हमारे मज़हब को बदनाम करते हैं। और हम हर उस सोच के खिलाफ हैं जो भारत को बाँटने की कोशिश करती है।”
क्योंकि हम सबसे पहले भारतीय हैं – और अगर किसी को ये देश बाँटना है, तो उसे याद रखना होगा –
“हम खून देंगे, मगर हिंदुस्तान की मिट्टी पर नफरत नहीं पनपने देंगे।”
ये हमारी चेतावनी है। ये हमारा प्रण है।
और ये वो आग है जो अब आतंक की जड़ों को जलाकर राख कर देगी।
“भारत के टुकड़े करने का सपना देखने वालों – अब तुम्हारा अंत निकट है!”
जय हिंद, वंदे मातरम्।
डॉ. मिर्ज़ा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ,भारतीय जनता पार्टी (अल्पसंख्यक मोर्चा)