अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े 85 जोड़ों की सामुहिक विवाह में शामिल होकर आर्शीवाद प्रदान किया..

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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा, 30 अप्रैल 2025। अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत सामाजिक रिती-रिवाजों और अभुतपूर्व उत्साह के साथ कबीरधाम जिले के 85 जोड़े एक साथ फेरे लेकर अटूट बंधन में बंध गए। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े गांधी मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह कार्यक्रम में शामिल होकर परिणय सूत्र में बंधकर नए जीवन की शुरुआत करने वाले नव दाम्पत्य को बधाई और शुभकामनाएं दी। वर एवं वधु को पंडित ने सात वचनों का संकल्प भी दिलाया। नव दंपत्य जोड़ों को उपमुख्यमंत्री शर्मा और कैबिनेट मंत्री रजवाड़े ने मंच पर आशीर्वाद प्रदान कर 35-35 हजार रूपए का चेकर प्रदान किया। इस अवसर पर सांसद संतोष पाण्डेय, कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेश चंद्रवंशी, पूर्व विधायक डॉ. सियाराम साहू,, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, राजेन्द्र चंद्रवंशी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद प्रदान किया।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नवदाम्पत वर एवं वधु को आशीर्वाद प्रदान करते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से आज पूरे सम्मान के साथ कबीरधाम जिले के 85 बेटियों की विवाह पूरे रिती-रिवाज और सामाजिक परंपरा के साथ एक आर्दश विवाह के रूप में संपन्न कराया गया। आज हम सब इस सामुहिक विवाह के साक्षी बने और नवदाम्पत्य जोड़ों को एक साथ, एक स्थान और एक मंच पर उन्हें आशीर्वाद प्रदान करने का अवसर भी हम सबकों मिला। उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया का बहुत शुभ मुहूर्त है और आप सभी जोड़ा को बहुत बधाई और शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना ने प्रदेश की बेटियों के जीवन में नई रौशनी और खुशहाली लाई है। यह केवल एक वित्तीय सहायता योजना नहीं, बल्कि बेटियों के आत्मसम्मान और सामाजिक सुरक्षा का प्रतीक बन चुकी है। इस योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को विवाह के लिए सम्मानजनक सहयोग प्राप्त हो रहा है, जिससे वे आत्मविश्वास के साथ अपने नए जीवन की शुरुआत कर पा रही हैं। सरकार का प्रयास है कि इस योजना को और अधिक प्रभावी व व्यापक बनाया जाए, ताकि इसका लाभ प्रदेश की हर जरूरतमंद बेटी तक पहुंचे। आने वाले समय में हम इसे और भव्य स्वरूप में आयोजित करने की दिशा में अग्रसर हैं।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि आने वाले वर्ष में बड़ी संख्या में भव्य रूप से किया जाएगा। उन्होंने कहा किस इस तरह के आयोजन में विभिन्न सामाजिक संगठनों की में सहभागिता बढ़ानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया जैसे पावन अवसर पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह को आगमी वर्ष में और अधिक भव्यता एवं व्यापकता के साथ आयोजित किया जाएगा। उन्होंने सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे इस प्रकार के सामाजिक उत्थान के कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से पात्र नवविवाहित जोड़ों को वर्तमान में 35 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है, जिससे उन्हें जीवन की नई शुरुआत में आर्थिक सहारा मिल सके। उप मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि आगामी वर्षों में इस योजना के दायरे को और अधिक विस्तारित किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों को इसका लाभ मिल सके।
महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने नवदाम्पत्य जीवन में प्रवेश करने वाले सभी वर-वधुओं को हृदय से शुभकामनाएं और आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन अत्यंत शुभ और पवित्र है, आज अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना’ के अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम का भव्य आयोजन संपन्न हुआ है। उन्होंने बताया कि पंडित जी के मार्गदर्शन में कुल 85 जोड़ों का विवाह विधिवत रूप से संपन्न कराया गया है। अब ये सभी नवविवाहित जोड़े एक नई जिम्मेदारी के साथ जीवन की यात्रा आरंभ कर रहे हैं। आज से इन्हें यह स्वीकार करना है कि वे एक-दूसरे के जीवनसाथी हैं और उनके कंधों पर परिवार को प्रेम, समझदारी और सामंजस्य के साथ स्वर्ग जैसा बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 में हमारी तात्कालीन सरकार पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू किया गया। इस योजना के माध्यम से एक साथ कई जोड़ों का विवाह कराकर आर्थिक बोझ से राहत दिलाई गई। साथ ही, इस योजना को और अधिक पारदर्शी, प्रभावी और भव्य स्वरूप में लागू करने का कार्य वर्तमान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के नेतृत्व में किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि आज राज्य सरकार की अनेक योजनाएं जनहित में क्रियान्वित की जा रही हैं, जिससे समाज के हर वर्ग को लाभ मिल रहा है। लोगों को इन योजनाओं की जानकारी दी जा रही है ताकि अधिक से अधिक पात्र लोग इनका लाभ उठा सकें। मंत्री रजवाड़े ने सभी नवविवाहित जोड़ों को उनके सुखद, समृद्ध और सौहार्दपूर्ण दाम्पत्य जीवन के लिए अपनी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया। साथ ही यह भी कहा कि उप मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस क्षेत्र में विकास की गति निरंतर आगे बढ़ रही है।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए प्रतिवेदन पढ़ा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शासन की मत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के माध्यम से गरीब परिवार में बेटिंयां की विवाह की चिंता अपने उपर ली है। इस योजना के तहत प्रत्येक जोड़ों के विवाह के लिए 50 हजार रूपए व्यय किए जाते है। जिसमें 35 हजार रूपए हितग्राही को चेक के माध्यम प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही 15 हजार प्रोत्साहन सामाग्री के रूप में व्यय किए जाते है। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष कवर्धा सुषमा बघेल, बोड़ला बालका वर्मा, पडरिया नंदनी साहू, सहसपुर लोहारा दुर्गा सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष पटेल जिला पंचायत सदस्य रामकुमार भट्ट, सुमित्रा पटेल, डॉ. बीरेन्द्र साहू, पूर्णिमा साहू, राजकुमार मेरावी, दीपा धुर्वे, रोशन दुबे, राजकुमारी साहू, अन्नपूर्णा चंद्राकर, राजेश्वरी घृतलहरे, गंगा साहू, ललिता धुर्वे, मनिराम साहू, विजय पटेल, जिला पंचायत सीईओं अजय कुमार त्रिपाठी ने भी नव दम्पत्तियों को समस्त पार्षदगण, जनप्रतिनिधियों ने आशीर्वाद प्रदान किया। मंच संचालन अभिषेक पाण्डेय ने किया।
पारंपरिक गुदुल बाजा, बैंड बाजा के साथ निकली दुल्हों की बारात
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशों के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत अभूतपूर्व उत्साह और हर्षोल्लास के साथ गांधी मैदान में सामुहिक विवाह का आयोजन किया गया। कवर्धा शहर के वीर सावरकर भवन से छत्तीसगढ़ की पारंपरिक गुदुल बाजा, बैंड सहित आतिशबाजी के साथ 85 दुल्हों की सामुहिक बारात निकाली गई। सांसद संतोष पाण्डेय, कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र चंद्रवंशी, जिला पंचायात अध्यक्ष ईश्वरी साहू एक ओर जहां वर पक्ष की ओर बारात में शामिल होकर दुल्हों का आत्मविश्वास बढ़ाया तो वहीं दूसरी ओर बेटियों की तरफ से उनके अभिभावक बनकर कलेक्टर गोपाल वर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी ने दुल्हों और वर पक्ष का माला पहनाकर स्वागत किया। उन्होंने दुल्हों का स्वागत करते हुए रिती रिवाजों के साथ दुल्हों के हाथ पकड़कर शादी की मंडप तक भी लाएं।
बरातियों का छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कृति ‘डंडा खेल’ से हुआ भव्य परघौनी स्वागत
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करते हुए आज सामूहिक विवाह के दौरान छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कृति देखने को मिली, जहां बरातियों का स्वागत डंडा खेल के जरिए किया गया। पारंपरिक अंदाज में आयोजित इस ’परघौनी’ ने न सिर्फ शादी समारोह को खास बना दिया, बल्कि ग्रामीण संस्कृति की झलक भी पेश की। वर पक्ष का जब बरात पहुंची, तो वधु पक्ष ने डंडा खेल की आकर्षक प्रस्तुति दी। डंडा खेल, जो छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा का अभिन्न हिस्सा है, आमतौर पर शारीरिक चुस्ती और कलात्मकता का प्रतीक माना जाता है। इस खेल के जरिए वधु पक्ष ने बरातियों का स्वागत कर उन्हें सम्मानित किया।