कबीरधाम पुलिस का ऐतिहासिक अभियान – कवर्धा शहर में रात 3 बजे से 150 जवानों की गहन काम्बिंग गश्त, संदिग्धों पर कसा शिकंजा, किरायेदार सत्यापन को लेकर मकान मालिकों से भी पूछताछ

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डॉ मिर्जा कवर्धा
जिला कबीरधाम में आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने तथा जिले में कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से पुलिस द्वारा बुधवार तड़के एक बड़ा और योजनाबद्ध अभियान चलाया गया। यह सघन कॉम्बिंग गश्त अभियान माननीय उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर पुलिस महानिरीक्षक, राजनांदगांव अभिषेक शांडिल्य (IPS) के मार्गदर्शन में संचालित किया गया। जिले के पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के नेतृत्व में इस विशेष ऑपरेशन में कबीरधाम के 10 थानों से चयनित कुल 150 पुलिस अधिकारी व जवानों को तैनात किया गया। अभियान की शुरुआत रात 3 बजे ही कर दी गई, जिससे किसी भी असामाजिक तत्व को पुलिस की कार्रवाई की पूर्व सूचना न मिल सके।
गश्त के दौरान कवर्धा शहर के सभी प्रमुख इलाकों, गली-मोहल्लों, स्लम क्षेत्रों, होटल-ढाबों, किराये के मकानों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर बारीकी से तलाशी ली गई। पुलिस दलों ने घर-घर दस्तक देकर किरायेदारों, बाहरी व्यक्तियों और बिना पहचान के रह रहे लोगों की गहन जांच की। इस कार्रवाई में अब तक 40 से अधिक ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की गई है, जो बिना किसी वैध दस्तावेजों के रह रहे थे या जिनकी पहचान स्पष्ट नहीं हो पा रही थी। इन सभी को पूछताछ हेतु थाने लाया गया है तथा उनके दस्तावेजों और गतिविधियों की जांच की जा रही है।
इस दौरान यह भी सामने आया कि शहर के कई मकान मालिकों ने किरायेदारों का विधिवत सत्यापन नहीं कराया है। ऐसे मकानों में बाहरी और संदिग्ध प्रवृत्ति के लोग रह रहे थे, जिसकी जानकारी मकान मालिकों द्वारा छुपाई गई थी। पुलिस ने ऐसे मकान मालिकों से पूछताछ कर स्पष्ट निर्देश दिया है कि भविष्य में बिना पुलिस सत्यापन के किसी को किराये पर न रखें, अन्यथा उनके विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। यह पहल न केवल सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में अपराधियों की घुसपैठ रोकने के लिए भी अनिवार्य है। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि यह अभियान जिले को अपराधमुक्त वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे औचक और सघन तलाशी अभियान आगे भी नियमित रूप से संचालित किए जाएंगे, ताकि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि गश्त के दौरान कुछ ऐसे लोग भी सामने आए हैं, जिनकी गतिविधियां संदेहास्पद रही हैं। उनके बारे में विस्तृत जांच जारी है और आवश्यकता पड़ने पर विधिक कार्रवाई भी की जाएगी।
कॉम्बिंग गश्त के अंतर्गत निगरानी श्रेणी के अपराधियों, स्थायी वारंटियों, नशे के कारोबारियों, सट्टा-जुआ संचालकों एवं हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के ठिकानों पर भी विशेष दबिश दी गई। गुप्त सूचनाओं और तकनीकी माध्यमों से प्राप्त जानकारी के आधार पर कई पुराने अपराधियों को चिन्हित किया गया और पूछताछ हेतु हिरासत में लिया गया है। इस दौरान पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी तत्व कानून की पकड़ से बाहर न रहे और जिले में शांति एवं सुरक्षा का माहौल और मजबूत हो। अभियान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल, एसडीओपी बोड़ला अखिलेश कौशिक, डीएसपी प्रतीक चतुर्वेदी, प्रशिक्षु डीएसपी सिद्धार्थ सिंह, कोतवाली थाना प्रभारी लालजी सिन्हा सहित जिले के सभी थानों के प्रभारी अधिकारी व जवान पूरी मुस्तैदी के साथ अभियान में शामिल रहे। पूरे शहर को पूर्व नियोजित सेक्टरों में बांटकर तलाशी कार्य को व्यवस्थित और प्रभावी रूप से संपन्न किया गया।
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी को अपने आसपास कोई संदिग्ध गतिविधि, अज्ञात व्यक्ति या आपत्तिजनक सामान नजर आए तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। उन्होंने कहा कि समाज में शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए जनता की जागरूकता और सहयोग अत्यंत आवश्यक है। कबीरधाम पुलिस द्वारा चलाया गया यह विशेष ऑपरेशन न केवल जिले की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सशक्त पहल है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि असामाजिक तत्वों के प्रति अब और कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। पुलिस अब हर उस दरवाज़े तक पहुंचेगी, जहां से कानून को चुनौती देने की आशंका है।