राजस्व अधिकारी लंबित मामलों का शीघ्र निराकरण कर समय-सीमा के भीतर पूरा करें-कलेक्टर कलेक्टर ने जनता से जुड़े मामलों में विशेष संवेदनशीलता बरतने और प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करने के दिए निर्देश

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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा, 05 जून 2025। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर तहसीलवार राजस्व से संबंधित प्रकरणों की गहन समीक्षा की। उन्होंने समय सीमा से बाहर लंबित प्रकरणों पर असंतोष व्यक्त किया और अधिकारियों को शीघ्र इनका निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करें और बिना किसी देरी के समय सीमा के भीतर काम पूरा करें। कलेक्टर ने कहा कि जनता से जुड़े मामलों में विशेष संवेदनशीलता बरती जाए और प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मामलों की नियमित समीक्षा की जाए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में अपर कलेक्टर डॉ. मोनिका कौड़ौ, नरेन्द्र पैकरा, विनय पोयाम, अपर कलेक्टर एवं कवर्धा एसडीएम मुकेश रावटे, पंडरिया श्री संदीप ठाकुर, बोड़ला सुश्री रूचि शार्दुल, सहसपुर लोहारा चेतन साहू, डिप्टी कलेक्टर आरबी देवांगन सहित राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार ग्राम स्तर पर किसानों को भूमि से संबंधित दस्तावेज जैसे बी-1, नक्शा और खसरा की निःशुल्क प्रतियाँ पटवारियों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी। इस कार्य के लिए एक सप्ताह की समय-सीमा निर्धारित करते हुए उन्होंने सभी तहसीलों में पटवारियों के माध्यम से किसानों के घर-घर दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान की समुचित तैयारी सुनिश्चित की जाए, जिसके लिए तहसीलदारों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने आगामी बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए कहा कि वर्षा के कारण सीमांकन सहित अन्य फील्ड कार्य बाधित हो सकते हैं। अतः सभी स्थल निरीक्षण एवं अन्य फील्ड कार्यों को शीघ्रता से प्राथमिकता में पूर्ण किया जाए। उन्होंने सभी तहसीलदारों और पटवारियों को निर्देशित किया कि फील्ड से जुड़े सभी लंबित कार्यों को प्राथमिकता से निपटाएं। कलेक्टर ने राजस्व पुस्तक परिपत्र (आरबीसी) 6-4 के अंतर्गत लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इनका तत्काल निराकरण किया जाए और संबंधित हितग्राहियों को समय पर लाभ प्रदान किया जाए। फसल क्षति के संबंध में उन्होंने कहा कि यदि किसी किसान की फसल क्षतिग्रस्त हुई है, तो उसे बीमा योजना के तहत लाभ मिलना चाहिए। इसके लिए पटवारी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें और बीमा कंपनी से समन्वय कर किसानों को लाभ दिलाएं।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि राजस्व मामलों का त्वरित निपटारा प्राथमिकता में होनी चाहिए, क्योंकि ये सीधे तौर पर आम जनता से जुड़े होते हैं। प्रत्येक अधिकारी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी मामला अनावश्यक रूप से लंबित न रहे। समय पर कार्रवाई न होने से न केवल प्रशासनिक व्यवस्था प्रभावित होती है, बल्कि जनता का विश्वास भी कम होता है। सभी अधिकारी पूरी गंभीरता और ईमानदारी के साथ अपने कार्यों का निष्पादन करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी कार्यों की सूची तैयार करें और उन प्रकरणों के निराकरण के लिए कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि राजस्व से जुड़े मामले में पटवारियों का कार्य महत्वपूर्ण होता है, जिन कार्य में पटवारियों की रिपोर्ट प्रतिवेदन की आवश्यकता होती है उन कार्यों के लिए प्रति दिवस पटवारियो को टारगेट दे और प्रतिदिन उनके कार्यों की समीक्षा करें। इस दौरान उन्होंने तहसीलवार अविवादित और विवादित नामांतरण, खाता विभाजन, सीमांकन, त्रुटि सुधार, डायवर्सन, असर्वेक्षित ग्रामों की जानकारी, नक्शा बटांकन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में ऐसे तहसील जिनकी प्रगति प्रतिशत कम है, उन्हें इस मामले में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। विवादित बटवारा के प्रकरण 6 माह से ज्यादा लंबित न हो। सीमांकन के प्रकरणों को भी तेजी से निराकृत करने के निर्देश दिए।