राज्योत्सव में झुम उठा कवर्धा, दर्शकों ने छत्तीसगढ़ी कार्यक्रमों का आनंद लिया
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डॉ मिर्ज़ा कवर्धा
छत्तीसगढ़ 36 कलाओं से परिपूर्ण है – विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर
राज्योत्सव की प्रमुख झलकियां एक नजर में
1 सास्कृतिक कार्यक्रम और राज्योत्सव होने से दर्शकों ने खुब आनंद लिया
2 एक से बढ़कर एक छत्तीसगढ़ की कला संस्कृतिक की छटा मंच में देखने को मिली
3 स्कूली बच्चों की कार्यक्रमों ने राज्योत्सव की खुबसुरती बढ़ा दी
4 दर्शकों ने छत्तीसगढ़ की चिला-फरा और ठेठरी खुरमी का मजा लिया
5 जिला पंचायत की महिला स्व सहायता समूहों की छत्तीसगढ़ी रोटी की मांग बढ़ी
6 राजस्व स्टॉल में किसानों को मिली नक्शा और खसरें की कापी
7 क्रेडा ने सौर उर्जा से की जींवत प्रदर्शनी
8 नगरीय प्रशासन का स्टॉल बना मेला महोत्सव का आकर्षण का केन्द्र
9 शिक्षा विभाग के स्टॉल में मिली अंग्रेजी माध्यम स्कूली की झलक
10 जनसंपर्क विभाग के स्टॉल में सभी शासकीय योजनाओं की फोटो प्रदर्शनी को लोगों ने देखा
11 मेला स्थल पर निःशुल्क सरकार की योजनाओं की जानकारी और प्रचार समाग्री वितरण किया गया
कवर्धा, 01 नवम्बर 2022। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर एक नवम्बर को कवर्धा में पीजी कॉलेज मैदान में राज्योत्सव के रूप में मनाया गया हैं। दोपहर 4.30 बजे से छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति व रीति रिवाजों पर आधारित अलग-अलग कार्यक्रमों की प्रस्तुति होती रही। राज्योत्सव के मुख्य अतिथि पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चन्द्राकर ने दीप प्रज्जवलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मंच पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला राम कुमार भट्ट, नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि कुमार शर्मा, जनपद अध्यक्ष श्रीमती इंद्राणी चन्द्रवंशी, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य श्री महेश चंद्रवंशी, राज्य क्रेडा के सदस्य श्री कन्हैया अग्रवाल, छत्तीसगढ़ योग आयोग के सदस्य श्री गणेश योगी, शांकभरी बोर्ड के सदस्य श्री हरी पटेल, जिला पंचायत सदस्य श्री तुकाराम चन्द्रवंशी, श्री सियाराम साहू व कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप कुमार अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि विधायक पंडरिया श्रीमती ममता चन्द्राकर ने छत्तीसगढ़ राज्य के 22 वी स्थापना की बधाई दी। उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुए आज 22 साल पूरा हो गया है। मध्यप्रदेश से विभाजित होकर सन 2000 में राज्य का गठन हुआ। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ 36 कलाओं से परिपूर्ण है। जल, जंगल जमीन से भरे 36 प्रकार के किला से समावेश है। इतिहासकार से ज्ञात होता है कि यहां 36 गढ़ के कारण इस रहा का नाम छत्तीसगढ़ पड़ा है। आज के परिवेश में छत्तीसगढ़ में सभी वर्ग के लोग समान रूप से कार्य कर रहे है है। छत्तीसगढ़ के नागरिक सभी प्रकार के कलाओं में परिपूर्ण है। छत्तीसगढ़ राज्य देश का हृदय स्थल है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़या मुख्य मंत्री है। राज्य में मुख्यमंत्री बनने के बाद छत्तीसगढ़ के सभी कला, सभी पर्व तीजा पोला, हरेली, कर्मा, आदिवासी त्यौहार सहित सभी परंपरा को जीवित किए है। छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक के माध्यम से छत्तीसगढ़ के सभी 14 खेल विधाओं का शुभारंभ किया है। मुख्यमंत्री ने किसान, गरीब सभी वर्गो को समान रूप से योजना के माध्यम से लाभांवित कर रहे है।
विधायक पंडरिया श्रीमती चन्द्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ चहूमुखी विकास कर रहा है। यहां की विलुप्त होती कला, संस्कृति, और परम्परा को पुनः स्थापित किया जा रहा है। आज छत्तीसगढ़ अपनी संस्कृति, कला और परम्परा से जुड़ रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य के विकास को प्राथकिता में रख कर राज्य के लोगों के विकास, उन्नती, प्रगति और खुशहाली के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं बनाई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना की है, जो साकार हो रही है। सभी संस्कृति, परंपरा और खेल आज मूर्त रुप ले रही है। हम सभी को गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के परिकल्पना सबके सहयोग से पूरा करते हुए आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि हमे छत्तीसगढ़ीया होने पर गर्व है। आज छत्तीसगढ़ का नाम पूरे देश में है।
नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि शर्मा ने राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ 22 वर्ष का हो गया। पूरा प्रदेश आज छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, और परम्परा से सराबोर हो रहा है। आज छत्तीसगढ़ विकास के मार्ग पर बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सजोने का कार्य किया है। छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक की शुरुआत करके पारंपरिक खेल को जीवित किया है। उन्होंने ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि कवर्धा शहर को स्वच्छता में तीसरा साल स्वच्छता का सम्मान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि कवर्धा नगर पालिका आबादी की दृष्टिकोण से प्रदेश का सबसे दूसरा बड़ा शहर है। विकास की दृष्टिकोण से प्रदेश का मॉडल नगर पालिका के रूप में पहचान बन रही है। उन्होंने इस विकास के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और कैबिनेट मंत्री तथा कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर को श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि कबीरधाम जिले के समुचित विकास के लिए मंत्री श्री अकबर भाई हमेशा संवेदनशील रहे।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने कहा की जिला विकास की तरफ अग्रसर है। उन्होंने बताया कि जिले में सभी क्षेत्र में विकास कार्य हो रहे है। साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भट्ट, राज्य क्रेडा के सदस्य श्री कन्हैया अग्रवाल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के पहले विधायक श्रीमती चन्द्राकर तथा सभी अतिथियों ने राज्योत्सव में लगाए गए सभी विकास मूलक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मंच संचालन श्री अवधेश नन्दन श्रीवास्तव और आदित्य श्रीवास्तव ने किया।
एक दिवसीय राज्योत्सव में जैसे जैसे आकाश में चांदनी फैलती रही ठीक उसी अंदाज में राज्योत्व महोत्सव मंच कर छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति की कार्यक्रमों की प्रस्तुति का सिलसिला बढ़ता रहा। जिले के स्कूली बच्चों ने राज्योत्सव के कार्यक्रमों की खुबसुरती बढ़ा दी। छत्तीसगढ़ के लोकरंग अर्जुंदा ने राज्योत्सव में समां बाध दिया। कबीरधाम जिले के दर्शक छत्तीसगढ की कला और संस्कृति में सरोबर हो गए। दर्शकों को एक से बड़क एक छत्तीसगढ़ी गीतों का आंनद उठाया। दर्शक छूम उठे। दर्शक दीर्घा से लगातार तालिया बचती रही।