मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का किया वर्चुअल शुभारंभ ,जिले में योजना का शुभारंभ ग्राम अमरौड़ी में सकरी नदी के किनारे 2 एकड़ भूमि में पौध रोपण कर किया गया ,शहीद महेन्द्र कर्मा बीमा योजना अंतर्गत जिले के लाभान्वित 37 हितग्राहियों को 54 लाख 37 हजार रूपए उनके खाते में हस्तनांतरित किया गया
किसानों की आय में बढ़ोत्तरी और पर्यावरण सुधार में महत्वपूर्ण साबित होगी यह योजना-मुख्यमंत्री बघेल ,छत्तीसगढ़ में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को मिलेगा बढ़ावा
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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा, 21 मार्च 2023। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व वानिकी दिवस पर वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’’ का वचुअर्ल शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री के साथ वन मंत्री मोहम्मद अकबर, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, खाद्यमंत्री अमरजीत भगत उपस्थित थे। जिले में इस योजना का शुभारंभ बोड़ला विकासखंड के ग्राम अमरौड़ी में सकरी नदी के किनारे किसान मोहम्मद हाशिम खान के 02 एकड़ भूमि में टिशुकल्चर सागौन के 600 पौधे रोपित कर किया गया। कार्यक्रम में शहीद महेन्द्र कर्मा बीमा योजना अंतर्गत लाभान्वित 37 हितग्राहियों को 54 लाख 37 हजार रूपए उनके खाते में हस्तनांतरित किया गया। कार्यक्रम में ग्राम अमरौड़ी से वचुअर्ल माध्यम से राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य श्री महेश चंद्रवंशी, क्रेडा के सदस्य श्री कन्हैया अग्रवाल, जिला पंचायत सदस्य मुखीराम मरकाम, अगम दास अंनंत, कलेक्टर जनमेजय महोबे, वन मंडलाधिकारी चूड़ामणि सिंह जुड़े रहे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’’ की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की जंगल जमीन यहां के जैव विविधता, छत्तीसगढ़ की पहचान है। हमारी कला-संस्कृति, परम्पराएं, दर्शन, आध्यात्म, चितंन, इतिहास सब कुछ हमारा जंगल से जुड़ा हुआ है। छत्तीसगढ़ का वन पूरा देश का धरोहर है और वनों से पूरा देश का पर्यावरण जुड़ा हुआ है। हमारा जंगल, पर्यावरण और जंगल से जुड़े हमारी गौरव शाली संस्कृति बची रहे इस दिशा में सरकार पिछले चार वर्षो में लगातार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि यह योजना देश में एक अनूठी योजना है, जिसमें वाणिज्यिक प्रजातियों का वृक्षारोपण कर निजी व्यक्ति, संस्था अथवा कम्पनियों के माध्यम से अधिकाधिक लाभ कमा सकते हैं। यह केवल वृक्षारोपण की योजना न होकर देश के जलवायु परिवर्तन की दिशा में भी हमारी सहभागिता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ वृक्षों की दृष्टिकोण से संपन्न राज्य है। इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से 5 सालो में 1 लाख 80 हजार एकड़ में योजना का क्रियान्वयन किया जाना है। जिसका लाभ प्रदेशवासियों को मिलेगा। यह योजना हितग्राहियों की आय में वृद्धि के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण योजना है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कहा कि मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना में कवर्धा जिले में अब तक 545 एकड़ जमीन इस योजना में चिन्हांकित की गई है, जिसमें सागौन 111300, निलगिरी 185500, बांस 74200, मिलिया डूबिया 762 तथा चंदन 160 के कुल 371922 पौधा रोपण किया जा रहा है जिसमें 398 हितग्राही लाभान्वित होंगे। इस योजना में मुख्यतः पांच प्रजातियों के अच्छी गुणवत्ता के पौधों का रोपण किया जाएगा। प्रजातियां जैसे कि टिशुकल्चर सागौन, टिशुकल्चर बांस, क्लोनल निलगिरी, मिलिया डूबिया, चंदन और अन्य फलदार प्रजातियों का रोपण किया जा रहा है।
वन मंडलाधिकारी श्री चूड़ामणि सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना ग्रामीण जनता के साथ केन्द्र, राज्य शासन के अन्य संस्थान भी लाभान्वित होगें। इसमें भूमि के शेष बचे हिस्से पर आवशयकतानुसार अन्य उद्यानिकी फसलों की खेती भी कर सकेंगे। शासन के द्वारा वृक्षों के उत्पादन का समर्थन मूल्य घोषित किया जाएगा और वृक्षों की कटाई एवं परिवहन, सहयोगी संस्था, निजी संस्था द्वारा करारनामा के माध्यम से किया जाएगा। अधिकतम 5 एकड़ तक रोपण व्यय का 100 प्रतिशत अनुदान के रूप में शासन द्वारा किसान के खाते में सीधे दिया जाएगा। इस योजना में विभाग द्वारा पौधे प्रदान कर तकनीकी जानकारी के साथ व्यवस्थित रूप से लगाने के लिए मार्गदर्शन दिया जाएगा। अन्य सभी कार्य किसान को स्वयं करना होगा। राज्य, केन्द्र या निजी संस्थान यदि इस योजनांतर्गत वृक्षारोपण करते है तो अनुदान की राशि 50 प्रतिशत होगी। अनुदान तीन वर्ष तक जीवित पौधों की संख्या के आधार पर देय होगा।
मुख्यमंत्री ने ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’’ के लाभन्वित हितग्राहियों से की सीधा संवाद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’’ के हितग्राहियों से चर्चा कर योजना के संबंध में जानकारी ली। हितग्राही हाशिम खान ने बताया कि 2 एकड़ जमीन में सागोन का पौधे लगा रहे है। जिससे योजना के तहत लाभ मिलेगा। ग्राम बोक्करखार निवासी 1 एकड़ में पौधे रोपित किए है। ग्राम राजानवांगांव निवासी श्री जलेश्वरपाली ने बताया कि 2 एकड़ भूमि में सागोन का पौधा लगा रहे है। उन्होंने बताया कि इनकी जमीन सकरी नदी के किनारे है। पेड़ लगने से अब बारिश मे मिट्टी के कटाव को रोकने में मदद होगी।