कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

वेंटीलेटर से वापस लौटी जिंदगी ,डॉ सिद्धार्थ जैन (रायपुर रोड) के ईलाज से मिली नई जिंदगी 

नई जिंदगी पाकर मरीज के आंखो से निकले खुशी के आंसू परिवार वाले डॉ को मान रहे है देवदूत

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डॉ मिर्जा कवर्धा 

नई जिंदगी मिलने पर मरीज व परिजन के आँखों में खुशी के आंसू 

 

नाम जितेश टोन्डरे ग्राम घूक्सा का रहने वाला है यह मरिज को गंभीर बीमारी के चलते परिवार वालो ने रायपुर के बड़े हॉस्पिटल मे इलाज के लिए भर्ती किया मरीज की स्थिति और गंभीरता को देखते हुए डाक्टरों ने उसकी जान बचाने वेंटीलेटर पर रखकर उसका इलाज चालू किया बड़े हॉस्पिटल होने के कारण इलाज में खर्चा बहोत ज्यादा आ रहा था फिर भी परिवार वालो ने मरीज की जान बचाने के लिए भरसक प्रयास किया कुछ दिनों बाद डॉक्टरों ने बताया मरीज की स्थिति गंभीर है जिंदगी और मौत ईश्वर के हाथ मे है हमसे जो बन पा रहा है हम बेहतर इलाज कर रहे हैं फिर भी हम गारंटी नही ले सकते यह सब बातें सुनकर मरीज के परिजन घबरा कर चिन्ता मे पढ़ गये चूकि रोज का भारी भरकम फीस लग रहा था और जिंदगी की गारंटी भी नही थी ऐसे मे मरीज के परिजनो मे आपसी सलाह मशवरा कर यह फैसला लिया की जब जिंदगी और मौत भगवान के हाथ मे है तो क्यों ना अपने ही कवर्धा शहर मे दिखा कर इलाज कराया जाये।

मरीज के इलाज के लिए कमला क्लिनिक रायपुर रोड वाले डॉ सिद्धार्थ जैन के यहां भर्ती किया गया डॉ सिद्धार्थ जैन ने रिपोर्ट्स फाइल देखने के बाद ईलाज शुरू किया और कुछ ही दिनों में मरीज के हालत मे सुधार आने लग गया और आज के तारिख मे मरीज अपने पैरो मे खड़ा होकर चलने फिरने लग गया मरीज की इस नई जिंदगी को देखकर मरीज के घरवाले सब खुशी से फूल गए और उनके आंखो से खुशी के आंसू देखने को मिला परिजनो ने ईश्वर का धन्यवाद करते हुवे डॉ सिद्धार्थ जैन का भी धन्यवाद किया।

डॉ सिद्धार्थ जैन बने मरीज के लिए देवदूत

मौत और जिंदगी का फैसला करने वाला ईश्वर होता है हर डॉक्टर मरीज की जिंदगी बचाने की कोशिश करता है कही सफलता मिलता है तो कही असफलता मिलता है जिस मरीज की हम बात कर रहे है बड़े हॉस्पिटलों से असफल होकर कवर्धा जैसी छोटे शहर में उस मरीज  का डॉ सिद्धार्थ जैन के हाथो सफल इलाज हो जाना ये कोई चमत्कार या करिश्मा से कम नही है साफ मन और सेवा भाव से किया हुआ कोई भी कामो में ईश्वर का साथ और आशीर्वाद होता है इस प्रकार कवर्धा और आसपास के इलाके में डॉ सिद्धार्थ जैन को एक देवदूत के रुप में देखा जा रहा है।

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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