पीड़िता को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले आरोपी को चौकी पोंडी पुलिस ने किया गिरफ्तार ,आरोपी के विरुद्ध थाना बोड़ला में अपराध क्रमांक-122/2023 धारा 306 भा.द.वि. के तहत कार्यवाही कर भेजा गया सलाखों के भीतर
आरोपी खुद शादीशुदा होते हुए, पीड़िता को शादी करने से रोकते हुए कहता था, तुम शादी करोगी तो मैं आत्महत्या कर लूंगा, और तुम्हें फसा दूंगा, कहकर पीड़िता को करता था प्रताड़ित
Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा
कबीरधाम जिले के चौकी पौड़ी में पीड़िता के परिजनों के द्वारा सूचना दिया गया कि हमारी लड़की के द्वारा घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जिससे उसकी मृत्यु हो गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए चौकी प्रभारी द्वारा उक्त घटना की जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारी गणों को दी गई। जिस पर कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बोडला जगदीश उइके के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी उप. निरीक्षक श्री नवरत्न कश्यप के द्वारा थाना बोडला में मर्ग. कमांक-14/2023 धारा 174 जा.फौ.का मर्ग पंजीबद्ध कर पुलिस टीम को जांच कार्यवाही हेतु रवाना किया गया। दौरान विवेचना के घटनास्थल का निरीक्षण एवं परिजनों तथा पंचानों का कथन व सुसाईडल नोट एवं संक्षिप्त पी.एम. रिपोर्ट, शव पंचनामा कार्यवाही पर से पाया गया कि पीड़ित मृतका कि मृत्यु सुनील वर्मा पिता सुखचैन वर्गा उम्र 27 साल साकिन उसलापुर के द्वारा स्वयं शादीशुदा होते हुए पीड़िता को अगर तुम शादी करोगी तो मैं आत्महत्या कर तुम्हें फसा दूंगा कहकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। जिससे तंग आकर पीड़िता द्वारा फासी लगाकर आत्महत्या करने की बात जांच में पाया गया। जिस पर आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक-122/2023 धारा 306 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया, आरोपी के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य पुलिस टीम को मिलने पर आरोपी सुनील वर्मा पिता सुखचैन वर्मा उम्र 27 साल साकिन उसलापुर चौकी पोडी थाना बोडला जिला कबीरधाम (छ.ग.) के विरुध अपराध पंजीबद्ध कर उचित वैधानिक कार्यवाही करते हुए आरोपी को आज दिनांक-20.05.2023 को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जुडिशल रिमांड पर भेजा गया है। उक्त कार्यवाही में चौकी पोड़ी प्रभारी उप.निरीक्षक नवरत्न कश्यप, सहायक उप. निरीक्षक राजकुमार चंद्रवंशी, प्रधान आरक्षक बलदाऊ सत्यवंसी, आरक्षक गोविंद धुर्वे, राहुल धुर्वे, बद्री बांध्देकर, इतवारी साहू का सराहनीय योगदान रहा।