कवर्धा में भाजपा ने किया नेशनल हेराल्ड मामले में पुतला दहन एवं कांग्रेस कार्यालय का घेराव

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डॉ मिर्जा कवर्धा
कवर्धा, छत्तीसगढ़। भारतीय जनता पार्टी ने कवर्धा में कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार पर नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर पुतला दहन किया और सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यालय का घेराव कर कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा।
इस इस विषय पर एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजन कर भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र चंद्रवंशी और भाजयुमो जिला अध्यक्ष मनीराम साहू के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम में पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस विषय में दिल्ली में बीजेपी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रमुख आरोप और मुद्दे: गिनाए गए
दिल्ली प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है, जो उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन उन्हें देश की संपत्ति को लूटने का अधिकार नहीं है। उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए:
• नेशनल हेराल्ड अखबार स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज था, जिसे अब निजी स्वार्थ के लिए उपयोग किया गया।
• 2008 में इसके प्रकाशन के बंद होने के बाद कांग्रेस ने इसे ₹90 करोड़ की सहायता दी, जो नियमों के खिलाफ है।
• ‘यंग इंडियन’ नामक कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी की 76% हिस्सेदारी है।
• केवल ₹9 करोड़ में हजारों करोड़ की संपत्ति यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दी गई।
• कांग्रेस का दावा है कि यंग इंडियन एक चैरिटेबल संस्था है, लेकिन अब तक उसका कोई सामाजिक कार्य सामने नहीं आया।
1. कांग्रेस पार्टी देशभर में विरोध प्रदर्शन करने की बात कर रही है – उन्हें विरोध करने का अधिकार ज़रूर है, लेकिन उन्हें ज़मीन और धन लूटने का अधिकार नहीं है।
2. नेशनल हेराल्ड की शुरुआत 1937 में हुई थी और शुरुआत में इसके 5,000 शेयरधारक थे, यानी यह कभी भी नेहरू परिवार की निजी संपत्ति नहीं थी। इसे उस दौर के कई प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों का समर्थन भी मिला था।
3. 2008 में नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन बंद कर दिया गया था। उसके बाद कांग्रेस पार्टी ने नेशनल हेराल्ड को ₹90 करोड़ दिए।
4. कांग्रेस एक राजनीतिक दल है जिसे कई छूट प्राप्त हैं, लेकिन कोई भी राजनीतिक दल कानूनी रूप से पार्टी फंड को किसी निजी संस्था को हस्तांतरित नहीं कर सकता है – यह पूरी तरह से अवैध है।
5. नेशनल हेराल्ड की पूरी संपत्ति को गांधी परिवार के नियंत्रण में लाने के लिए कांग्रेस ने एक कॉर्पोरेट साजिश रची। यंग इंडियन नाम की एक कंपनी बनाई गई, जिसमें 38% हिस्सेदारी सोनिया गांधी और 38% राहुल गांधी की थी। इस कंपनी को ₹9 करोड़ के इक्विटी शेयर हस्तांतरित किए गए।
6. ₹9 करोड़ के इक्विटी शेयर हस्तांतरित होने के बाद, नेशनल हेराल्ड की पूरी संपत्ति यंग इंडियन के नियंत्रण में आ गई, जिसमें दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर एक प्रमुख संपत्ति के साथ-साथ लखनऊ, मुंबई, भोपाल और पटना में हजारों करोड़ की संपत्ति शामिल है।
7. कांग्रेस ने दावा किया कि यंग इंडियन फाउंडेशन धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए बनाया गया था, लेकिन आज तक इसके द्वारा किए गए किसी भी धर्मार्थ कार्य के बारे में कोई सार्वजनिक जानकारी उपलब्ध नहीं है।
8. 8. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष मोतीलाल वोरा, उसके बाद पवन बंसल और फिर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ की।
9. पूरे मामले में, 90 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज सिर्फ 50 लाख रुपये में माफ कर दिया गया, जिससे हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति महज 50 लाख रुपये में उनके नाम पर हो गई।
10. गांधी परिवार के एक और सदस्य ने कथित तौर पर हरियाणा में 3 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी और बाद में उसे 58 करोड़ रुपये में बेच दिया। देश को देखना चाहिए कि यह तथाकथित ‘विकास का गांधी मॉडल’ कैसा दिखता है।
11. जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले को अपने हाथ में लिया, मामले को समझा और अदालत में धारा 8 के तहत अपनी रिपोर्ट दाखिल की, तो घटनाओं का एक क्रम सामने आया।
12. आपराधिक कानून में, आमतौर पर जांच के बाद शिकायत दर्ज की जाती है, लेकिन इस मामले में, शिकायत से पहले जांच की गई। अदालत ने इस महीने की 21 तारीख को सुनवाई तय की है और इस पर काफी हंगामा भी हुआ है।
13. 13. सोनिया गांधी और राहुल गांधी जमानत पर बाहर हैं। उन्होंने पूरी कार्रवाई को खारिज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। उन्हें सिर्फ इतनी राहत दी गई कि वे खुद पेश होने के बजाय अपने वकीलों के जरिए अदालत में पेश हो सकते हैं। 14. पिछले चार साल से यही स्थिति है, इस दौरान राहुल गांधी और सोनिया गांधी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए हैं। जब कानून अपना काम कर रहा है, तो कांग्रेस विरोध क्यों करना चाहती है?
15. यहां तक कि कुछ सांसद और नामी वकील भी इस मामले में बेबुनियाद दलीलें पेश कर रहे हैं। भाजपा सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछना चाहती है कि क्या कानून को अपना काम नहीं करना चाहिए?
16. अगर कांग्रेस अवैध तरीके से हजारों करोड़ की संपत्ति पर कब्जा करने की साजिश रच रही है, तो क्या हमें चुप रहना चाहिए?
17. नेशनल हेराल्ड की कहानी काफी दिलचस्प है। सरदार पटेल ने कहा था कि इस अखबार के लिए जिन लोगों से पैसे जुटाए जा रहे हैं, वे सही नहीं हैं। यह चिंता का विषय है। ये सभी प्रामाणिक कांग्रेसी नेता थे, और सभी पत्र उपलब्ध हैं। नेहरू जी ने क्या कहा, सुधा पटेल ने क्या कहा, सब कुछ दर्ज है।
18. उस समय भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्ता ने इस अखबार के लिए खूब धन जुटाया था। कहा गया था कि यह अखबार देश की आवाज बनेगा, लेकिन इसे नेहरू परिवार की आवाज बना दिया गया।
19. सवाल यह है कि सरदार पटेल क्या सोचते थे? इसका उल्लेख चंद्रभानु गुप्ता की आत्मकथा में है। इसके अतीत और वर्तमान दोनों को समझना जरूरी है। आज इस देश में इतने सारे अखबार और न्यूज चैनल हैं। फिर भी ऐसा क्यों है कि जिस अखबार को कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकारों का पूरा संरक्षण और आशीर्वाद प्राप्त था, वह सफल नहीं हुआ?
20. क्योंकि वह अखबार चलने के लिए नहीं था; वह विज्ञापन जुटाने और सरकार से संपत्ति जब्त करने का एक साधन था। यंग इंडिया का जब तबादला हुआ तो करीब 25-26 करोड़ रुपए के विज्ञापन आए।
21. वह अखबार जो आजादी की लड़ाई में देश के सच्चे योद्धाओं की आवाज था, उसे कांग्रेस ने निजी व्यवसाय बना दिया
22. क्या यह उचित है कि एक समाचार पत्र, जो स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ आवाज उठाने के लिए शुरू किया गया था, बाद में कांग्रेस पार्टी के लिए सिर्फ पैसा कमाने का साधन बन जाए?
23. भारतीय जनता पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है और कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रति उनकी धमकी भरी भाषा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह देश की कानूनी प्रक्रिया का खुला उल्लंघन है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे
जिला भाजपा अध्यक्ष राजेंद्र चंद्रवंशी, महामंत्री क्रांति गुप्ता ,संतोष पटेल उपाध्यक्ष नीतेश अग्रवाल, पुर्व जिला अध्यक्ष अनिल ठाकुर, नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवशी, राजा पीयूष टाटिया, पन्ना चंद्रवंशी, सुनील दोषी, भाजयुमो प्रदेश मंत्री पीयूष ठाकुर भाजयुमो जिला अध्यक्ष मनीराम साहू, निर्मल द्विवेदी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रवि राजपुत खिलेश्वर साहू ,ईश्वरी धुर्वे, भाजयुमो जिला महामंत्री सचिन गुप्ता, तुकेश चंद्रवंशी, नीतिश चंद्रवाशी ,अजय ठाकुर ,सौरभ सिंह ,डोनेश ठाकुर, अनिल शाहू, दुर्गेश दुबे, मीनू साहू सुदर्शन कुंभकार ,राजू चंद्रवंशी, अमित चंद्रवंशी ,दशरथ कुंभकार, नरोत्तम साहू ,दीपक ठाकुर ,हर्ष खुराना, रितेश ठाकुर ,सुखदेव धुर्वे, मनहरण साहू ,दीपक सिन्हा ,भूपेंद्र राजपुत, दुर्गेश अवस्थी एवं सभी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।।