नगर पंचायत छुरिया के मामले मे पार्टी के बड़े नेताओं का जीद
नगर अध्यक्ष पद काग्रेंस के हाथो से न चला जाए?
छुरिया से अकिल मेमन की रिपोर्ट
छुरिया ;- नगर पंचायत अध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव पर सत्तादल के नेताओं के हस्तक्षेप के चलते एक माह से ऊपर होते आ रहा है, पार्षदो के साथ पर्वेक्षक व बड़े नेताओं का अलग अलग स्थानों पर 2 बार मिटींग का जानकारी है, उसके बाद भी रास्ता निकलने के बजाए मामला उलझते ही जा रहा है, इस मामले के चलते सत्तादल के उपाध्यक्ष को जेल तक जाना पड़ गया आक्रोश मे नगर बंद तक हो गया सत्ता दल के नेताओ के पास एक ही हथियार जिला प्रसासन पर दबाव बनाकर अधिसूचना रोकना,इधर अष्तु्ष्ट पार्षद न्यायलय के शरण मे चले गए है, मतदान के जब आदेश जारी होगा तब सत्ता दल के बड़े नेताओं के पास ऐसा कौन सा जादू का छड़ी होगा जो बैगर पार्सदो के बहुमत से नगर अध्यक्ष काग्रेस से बना लेगे
वर्तमान नगर अध्यक्ष पर सहमति बनना नामुमकिन
नगर के वरिष्ठ जनो का माने तो वर्तमान नगर अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा से सत्ता दल व निर्दालीय पार्षद जमकर खपा है, इन्हें वर्तमान अध्यक्ष के लिए मना पाना संभव नहीं नामुमकिन है, फीर ऐसा क्या खास वजह जो नगर अध्यक्ष को बचाने का हर स्तर पर प्रसासन पर दबाव बनाया जा रहा है , क्या वे पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं के भावनाओं व पार्टी से बड़ी है, जिसके सत्ता दल के नगर व क्षेत्र मे पार्टी का किरकिरी करा रहे है, स्थानीय वरिष्ठ काग्रेसजनो का आरोप है ,बड़े नेता इस मामले पर बेवजह विलंब कराकर पार्टी को मजाक बना दिया है, नगर के राजनितीक हल्को मे चर्चा है ,सत्ता दल के नेताओं का हट से नगर अध्यक्ष पद काग्रेंस के हाथो से निकल सकता है,
नगर पंचायत अध्यक्ष का मामला विधानसभा चुनाव मे विपक्ष के लिए मुद्दा
खुज्जी विधानसभा मे विधायक का सबसे बड़े राजनितक प्रतिद्वंदी के तौर पर सिन्हा परिवार को माना जाता है, वर्तमान मे सिन्हा परिवार से ही नगर अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा है, महीनों से अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर पार्सदो द्वाराअविश्वास प्रस्ताव लाया गया है,खबर है ,पार्टी का एक धड़ा इस मामले का ठीकरा विधायक के सर फोड़ने के जूगात मे लगे हुए है, चर्चा है, विधायक इस मामले से काफी दूरी बनाए हुए है , वजह सिन्हा परिवार से जूड़ा पूर्व का एक विवादित मामला है, बताते है ,जिसके चलते विधायक इस मामले से कोशो दूरी बनाए हुए है , एक माह से उपर होने के बाद नगर पंचायत छुरिया मे अध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव के मामले पर हल नहीं निकलने से क्षेत्र मे पार्टी का छवि धूमिल हो रहा है,कही न कही काग्रेंस के लिए भविष्य मे आने वाले विधानसभा चुनाव मे पार्टी के सरदर्द साबित हो सकता है, वहीं इस मामले से विपक्ष को बोलने का मुद्दा भी मिलना तय है।
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डॉ मिर्जा कवर्धा
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