कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

चिल्फी में घरों में लगाए नल, टंकी बनी ना बिछाई पाइपलाइन, ठेकेदार को ₹16 लाख भुगतान ,अब जब कद्दावर नेता को विभाग के लापरवाही का जवाब अधिकारी ही नही दे पा रहे है तो जनता तो इनके लिए तो चना मुर्रा है

लापरवाही की हद: रिव्यू मीटिंग में बिना तैयारी के पहुंचे पीएचई के अफसर, मंत्री ने लगाई फटकार नोटिस दिखाने को कहा तो ईई बोले- लेकर नहीं आए हैं ,विभाग के अधिकारी और ठेकेदारों का साठगांठ ग़ज़ब का खेल रहा है

Editor In Chief 

डॉ मिर्जा कवर्धा

कबीरधाम जिले का हिल स्टेशन कहे जाने वाला चिल्फीघाटी की आबादी करीब 3 हजार है। यहां पेयजल के लिए जल जीवन मिशन के जरिए हर घर नल लगाए गए हैं लेकिन पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई। क्योंकि ठेकेदार ने अब तक टंकी नहीं बनाई है और न ही पाइप लाइन बिछवाया है। हालत ये है कि पीएचई (पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग) के अफसरों ने ठेकेदार को 16 लाख रुपए भुगतान कर दिया है। पैसा लेकर ठेकेदार नदारद है और काम बंद पड़ा है। सहसपुर लोहारा में कैबिनेट मंत्री

मो. अकबर ने जल जीवन मिशन के कार्यों का रिव्यू किया तब इसका खुलासा हुआ। बैठक में हालत ये थी कि रिव्यू मीटिंग में पीएचई के अफसर बिना तैयारी के पहुंचे थे। मंत्री ने जब पूछा कि चिल्फी में काम बंद है, उस पर क्या कार्रवाई की। पीएचई के ईई जगदीश गौड़ ने कहा कि नोटिस दिए हैं। नोटिस दिखाने को कहा, तो ईई ने कहा कि | लेकर नहीं आए। बैठक में अन्य मुद्दों पर भी बात हुई।

दस बिंदुओं पर 10 जून तक मांगी रिपोर्ट

रिव्यू मीटिंग के दौरान मंत्री ने पीएचई के कार्यों पर नाराजगी जताई। मंत्री ने तय डेडलाइन पर काम नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यही नहीं, उन्होंने पीएचई अधिकारियों से 10 बिंदुओं पर डिटेल रिपोर्ट मांगी है। इसमें कार्य आदेश व काम पूरा करने की तिथि, प्रत्येक कार्य में निविदा राशि, ठेकेदार को भुगतान, कार्यों में देरी के लिए नोटिस जारी करने की तिथि, लेटलतीफी करने वाले ठेकेदारों के खिलाफी की गई कार्रवाई समेत अन्य बिंदु शामिल है। मंत्री ने आगामी 10 जून को रिव्यू मीटिंग में रिपोर्ट देने कहा है। इस काम में आनाकानी करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

दो साल में 100 गांव में काम पूरे नहीं स्कीम के जरिए कबीरधाम जिले के 957 गांवों में 195335 घरों में नल कनेक्शन देने का लक्ष्य है। दो साल से काम

चालू है, लेकिन अब तक 100 गांव में शत फीसदी काम पूरा नहीं हुआ है। पीएचई के ईई जगदीश गौड़ का कहना है कि 54 गांव में हर घर नल लग चुके हैं और पानी सप्लाई भी हो रही है। योजना के अंतर्गत नल कनेक्शन लगाने, पाइप लाइन बिछाने व टंकी बनाने के लिए 170 ठेकेदार काम पर लगे हुए हैं।

25 गांव का नाम कोड कर सुधार करने कहा

गांवों में भेंट मुलाकात के दौरान कैबिनेट मंत्री योजनाओं का फीडबैक ले रहे हैं। इस दौरान ग्रामीणों से जल जीवन मिशन की शिकायत मिल रही है, जो उचित नहीं है। मंत्री अकबर ने जिले के बड़ौदाकला, केसर्मदा, भुरसौपकरी, बोक्करखार, चिल्फी, जामगांव, दैहानडीह, कल्याणपुर, जरती, सुरजपुरा, खड़ौदा खुर्द, बांटीपथरा, बोरिया, दामापुर, नवघटा, कोठार, सोनबरसा, बांधा, सिंघनपुरी, लालपुर कला, मानिकचौरी, धमकी, बम्हनी, छांटा झा और राम्हेपुर गांव का नाम कोड करते हुए जरूरी सुधार करने पीएचई अफसरों को हिदायत दी है। पानी टंकी निर्माण, पाइप लाइन कार्यों में देरी करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ नोटिस जारी करने निर्देश दिए हैं।

1957 गांवों में कार्य मंजूर 661 गांवों में काम शुरु

मिशन के तहत नल कनेक्शन लगाने, ओवरहेड टंकी निर्माण, पाइप लाइन बिछाने में सुस्ती बरती जा रही है। जिले के 959 गांवों नल कनेक्शन का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनी थी। 957 गांवों में नल कनेक्शन लगाने मंजूरी मिली है। रिट्रोफिटिंग योजना के 231, सिंगल विलेज योजना 542, सोलर आधारित योजना 184 और मल्टी विलेज योजना में 3 गांव शामिल हैं। 701 गांव में काम चल रहा है।

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

संबंधित आलेख

Back to top button
error: Content is protected !!