सरपंचों ने किया जनपद निधि(15 वे वित्त) का बहिष्कार
ब्लाक स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल में हुआ था विवाद
0- अकील मेमन छुरिया रिपोर्टर
जनपद पंचायत छुरिया का विवाद आज भी नही रुका। ब्लाक स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल जो अपने अपने ग्राम पंचायतों में सभी सरपंच ने बहुत धूम धाम से करवाया उसके पश्चात जोन स्तरीय खेल भी बहुत ही धूम धाम से कराया गया जिसमे सरपंचों ने जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष व जनपद सदस्यों के आतिथ्य में खेल का उद्घाटन व समापन भी किया। किंतु मामला उस दिन बिगड़ा जब जनपद अध्यक्ष व सदस्यों के द्वारा उद्घाटन व समापन समारोह में भाषण में कहा गया कि *ब्लाक स्तरीय छत्तीसगढ़िय ओलंपिक खेल के लिए सभी ११८ ग्राम पंचायतों को जानकारी दिया गया किंतु किसी भी सरपंचों ने खेल आयोजन के संबंध में पहल नहीं किया गया इस कारण हम सभी जनपद सदस्यों ने यह खेल अपने पैसों से करवाया है* जबकि पता चला है कि उक्त खेल के लिए किसी भी ग्राम पंचायत को तथा कुछ जनपद सदस्य को भी इस खेल के संबंध में जानकारी प्रदान नही किया गया है। और रही बात खेल के लिए राशि भुगतान की तो राशि जनपद सदस्यों ने अपने स्वयं का राशि नही दिया है बल्कि स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन राशि को प्रदान किया गया है। जनपद सदस्यों द्वारा ब्लाक स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खुर्सीटिकुल में किया गया सरपंचों के अपमान पर आज सरपंच संघ का बैठक रखा गया जिसमे सभी सरपंचों ने सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया गया की ग्राम पंचायतों को प्रदान की जाने वाली १५ वे वित्त की जनपद विकास निधि जो ग्राम पंचायतों की राशि का १५ प्रतिशत काट कर जनपद सदस्यों को दिया जाता है उसमे भी सुरु से विवाद चल रहा है।
जिसे देखते हुए सरपंचों ने आज के बैठक में जनपद विकास निधि को बहिष्कार किया और शासन प्रशासन से आग्रह किया है की ग्राम पंचायतों को प्राप्त होने वाली १५ वे वित्त की राशि को पूरा १०० प्रतिशत प्रदान किया जाय।
Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा