नगर अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव को बनाया मजाक ,सत्ता दल के पास अब एक ही रास्ता नगर अध्यक्ष से ले इस्तीफा ?
छूरिया से अकिल मेमन की रिपोर्ट
छुरिया ;- नगर पंचायत अध्यक्ष पर विगत 2 माह पहले पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया प्रदेश मे सरकार काग्रेंस का तब ये बात महात्वपूर्ण हो जाता है, अध्यक्ष का पद तो दूर एक पार्षद का पद हाथ से जाना अपने आप बड़ी बात होती है, मगर छुरिया नगर अध्यक्ष जिनके खिलाफ उनके ही पार्टी के पार्षद सहित 15 पार्षदो वाले नगर पंचायत मे 11 पार्षद अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया उसके बाद स्थानीय सत्ता दल के नेता विगत 2 माह मे नगर के वरिष्ठ काग्रेसियों का एक समीक्षा बैठक भी करना मुनासिब नहीं समझा कभी संगठन के नेताओं स्थानीय विधायक या पूर्व विधायको से भी जानने का पहल नहीं किया आखिर नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ नगर मे एक तरफा विरोध का माहौल क्यों है,निष्ठावान काग्रेस के कार्यकर्ताओं का सवाल है ,क्या पार्टी से बड़ी नगर अध्यक्ष है , पार्टी के आला नेताओ ने कभी नगर अध्यक्ष से अपना बहुमत वाले पार्षदों को लाकर खड़े करने का निर्देश दिया नहीं नेता महज पार्षदो को शहर मे बुलाकर उन्हें एक तरफा समझाने का दौर चलाया जो सिर्फ खाना पूर्ती तक सिमीत रहा वही नगर अध्यक्ष इस मामले पर पार्टी को मजाक बना कर रखने का आरोप है, सत्ता दल के लोग शासन के प्रभाव का उपयोग तक सिमीत रहे वे सिर्फ और सिर्फ पार्षदो को साधने के प्रयास मे लगे रह जिसका परिणाम अंततः शून्य रहा और जिला कलेक्टर द्वारा आगामी 3 जुलाई को मिटींग ( सम्मेलन ) का अधिसूचना जारी कर ही दिया अब महज 10 दिन बचा है ,इतने कम समय मे काग्रेंस के नेता क्या अपने पार्टी से नगर अध्यक्ष का पद बचा पाएंगे या एक अहम सवाल है.नगर के वरिष्ठ जनो का माने तो काग्रेंस के पास अब भी एक ही विकल्प है ,नगर पंचायत अध्यक्ष से ईस्तीफा दिलाए अगर ऐसा नहीं किया गया तो फीर नगर अध्यक्ष पद निर्दलीयो मे किसी एक का बनना तय है l
नगर पंचायत 11पार्षदो के फैसले से नगर मे खुशी का महौल
11 पार्षद जिन्होंने नगर अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार व मनमानी का आरोप लगाकर अविश्वास प्रस्ताव लाया जिस पर प्रशासन द्वारा अधिसूचना जारी मे 2 माह लगाने के बाद भी इन पार्षदो का मनोबल नहीं टूटा जो नगर मे चर्चा का विषय एक तरफ नगर मे बंजारी रोड के 101 दूकान जिस पर नगर अध्यक्ष के कारनामों के वजह से ताला लगा हुआ है, उन दूकानदारो को नए अध्यक्ष जो भी बैठेंगे उन्हें भरोसा है वे उनके रोजी रोटी के लिए दूकान मामले पर पहले पहल कर प्रभावितो को उनका हक दिलाएंगे अब देखना होगा नगर के लोगों के भरोसे पर पार्षद खरा उतर पाएंगे या नहीं ?