छत्तीसगढ़राजनांदगांव

नगर पंचायत अध्यक्ष पद मे बने रहने का जीद निर्दालीय से नगर अध्यक्ष पद का रास्ता आसान ?

छुरिया से अकिल मेमन की रिपोर्ट 

छुरिया ;- नगर पंचायत अध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव पर अधिसूचना जारी होने के बाद खबर है ,नगर अध्यक्ष समर्थक एक पार्षद द्वारा अष्तुष्ट पार्षदो से सम्पर्क करने मे उन्हें साधने मे लगे हुए है,उन्हें तोड़ने का कई तरह का प्रलोभन देने का चर्चा है, बताते है, असंतुष्ट पार्षदों का वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष से पूरे तरह से भरोसा खत्म हो चुका है, नगर के एक वरिष्ठ काग्रेसी का माने तो ,पार्षदो पहले दौर मे बैगर किसी शर्त के नगर अध्यक्ष बदलने पर काग्रेस का दूसरे नगर अध्यक्ष को समर्थन देने तैयार थे, मगर नेताओं द्वारा पहले उन्हें काग्रेस प्रवेश करने दबाव बनाया गया उसके लिए पार्षद तैयार नहीं हुए जिसके चलते बात नहीं बन पाया वर्तमान मे हालात के हिसाब से नगर अध्यक्ष पद काग्रेंस के हाथो से जाते साफ दिखाई दे रहा है , निर्दलीय अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है ।

पहले ले नगर अध्यक्ष से ईस्तीफा फीर होगा चर्चा;- पार्षदगण

अध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद विगत दो माह से नगर का कार्य पूरे तरह से ढंप है, जानकारी है ठेकेदारों व अन्य मद के फाईल व चेक पर अध्यक्ष द्वारा साईन नहीं किया जा रहा है , बताते है अध्यक्ष अपना कुर्सी बचाने मे महीनो से व्यस्त है ,जिसके चलते सारा नगर पंचायत का सारा भूगतान रूका पड़ा है ,व्यवस्था पूरे तरह से चौपट है ,नगर अध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव के मामले मे अधिसूचना जारी होने के बाद नगर का राजनीति गर्म है ,आम चर्चा है निर्दलीय पार्षद अब किसी भी शर्त पर सत्ता दल के नेताओं से बैठक करने तैयार नहीं है,आरोप है उनका भरोसा नगर अध्यक्ष पर खत्म हो चुका है, किसी भी शर्त पर अब कोई समझौता नहीं करेंगे वर्तमान मे काग्रेंस के पास नगर अध्यक्ष पद बचाने के मामले पर गुजाईश बत्म दिख रहा है l

नगर अध्यक्ष का है गेम नगर अध्यक्ष पद गया तो संगठन व विधायक पर ब्लेम?

वहीं वरिष्ठ काग्रेसजनो का आरोप है, नगर पंचायत मे अध्यक्ष के कार्यशैली से जहाँ नगर मे आम लोगों आक्रोश है वहीं पार्षद भी जमकर नराज चल रहे है ,वर्तमान मे जो हालात है ,पार्षद अब किसी भी शर्त मे टूटने वाले नहीं है ,बताते है इस बात का भनक नगर अध्यक्ष को लगते हीआरोप है ,वे नगर अध्यक्ष पद मे काग्रेंस का कोई दूसरा अध्यक्ष बर्दाश्त नहीं है , खबर है ,वे एक रणनीति गेम प्लान कर मतदान के रिजल्ट तक पार्टी के बड़े नेताओ क़ो धोखे मे रखकर पार्षद उनके समर्थन मे है , बताकर गुमराह कर समय पास करना है ,जबकि वह खुद जान रही है उनका अध्यक्ष पद जा रहा है ,चर्चा है आगे जैसे ही निर्दालीयो से नगर अध्यक्ष बना वे त्तकाल राजधानी पहुंच कर नगर अध्यक्ष पद काग्रेंस के हाथो नगर जाने का सारा ठीकरा संगठन व विधायक के माथे फोड़ कर पार्टी मे फीर अपना वजूद कायम करने के खेल खेलगी ,वहीं नगर के वरिष्ठ काग्रेसीयो का मत है, नगर पंचायत अध्यक्ष से पार्टी केआला नेताओ को चाहिए समय खराब किए बैगर नगर अध्यक्ष से त्तकाल ईस्तीफा दिलाए तो वर्तमान मे सत्ता दल का जो फजीहत हो रहा है ,उससे बचा जा सकता है वहीं अध्यक्ष पद भी काग्रेस के हाथो से जाने बचा जा सकता है, अगर ऐसा नहीं किया गया तो आज जो हालात पैदा है नगर अध्यक्ष पद काग्रेंस के हाथो जाना तय है l

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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