छत्तीसगढ़राजनांदगांव

गई कुर्सी : नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास ,राजकुमारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ, तो नगरवासियो ने मनाया जश्न, फोड़े फटाखे

छुरिया से अकिल मेमन की रिपोर्ट 

छुरिया ;- राजनांदगॉव जिला के सबसे विवादित नगर पंचायत छुरिया के अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा को आखिरकार पद से हाथ धोना पड़ा,सत्ता सरकार के रहते हुए भी अपने ही पार्टी के पार्षदों को मना नहीं पाए राजकुमारी, खबर है कि राजकुमारी अपने कार्यकाल में एकपक्षीय कार्य को अंजाम देती थी, वही उनके ही पार्टी के पार्षदों का पूछ परख नहीं थी.

इधर लंबे समय से पार्षदों की चल रही नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ नाराजगी और खींचतान ने आखिरकार अविश्वास प्रस्ताव व मतदान कराने कामयाब हो गए। अंततः मतदान के बाद चुनाव पीठासीन अधिकारी नायक ने घोषणा किया कि उसके अनुसार कुल 15 पार्षदो मे नगर अध्यक्ष के विरोध मे 10 मत पड़ा. वही 5 मत अध्यक्ष के पक्ष में पड़ा.जिसका परिणाम सत्ता दल के नगर अध्यक्ष को पद से हाथ धोना पड़ा.

बतादे कि विगत एक सप्ताह से जिले के कांग्रेस के दिग्गज नेता छुरिया मे डेरा जमाए बैठे हुए थे. मतदान के समय भी विधायक छन्नी साहू,पूर्व विधायक प्रकाश यादव, पर्यवेक्षक राजेन्द्र साहू,जिला काग्रेस कमेटी अध्यक्ष पदक कोठरी,वरिष्ठ काग्रेस नेता भागवत साहू ,काग्रेस नेता चन्दू साहू ,जिला प्रवक्ता राहुल तिवारी ,ब्लाक काग्रेस कमेटी अध्यक्ष रितेश जैन, सयुक्त महामंत्री विपिन यादव, विधायक प्रतिनिधि सोनू खान काग्रेस नेता पंकज बाधव , महामंत्री चुम्मन साहू, सूर्य कुमार खिलाड़ी, राजू सिन्हा , शकील कुरैशी आदि पूरे समय नगर पंचायत परिसर मे परिणाम के इतजार मे बैठे रहे.

नगरवासियो ने मनाया जश्न, फोड़े फटाखे, बाटे मिठाईया

हमेशा देखने को यह मिलता है की जब कोई प्रत्याशी किसी चुनाव मैदान में फतह हासिल करती है तो फटाखे, फूटना व मिठाई बटना आम बात होती है, लेकिन यहा कुछ और देखने को मिला ,जब नगर पंचयत अध्यक्ष के खिलाफ 10 वोट पड़े तो बागी पार्षदों सहित नगर वासियो में खुशी की लहर दौड़ गई. वही. राजकुमारी सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर नगर वासियो ने बजे गाजे के साथ रैली भी निकल ली.

विधायक का सपना चूर मेहनत गया बेकार

यूँ तो नगर वासियो ने राजकुमारी को नगर विकास के लिए सत्ता पर बिठाया था. लेकिन सत्ता में चूर राजकुमारी नगरवासियो के विश्वास पर खरा नहीं उत्तर पाई. इधर जिले के बड़े बड़े कांग्रेसियो ने राजकुमारी के पद को बचाये रखने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया लेकिन काम नहीं आई। जिससे सत्ता सरकार की खूब किरकिरी हो रही है. इधर विधानसभा का सपना देख रहे राजकुमारी अपने ही नगर में फेल हो गई. जिससे विधायक बनने का सपना भी चूर हो गया. जो जनप्रतिधि अपने नगर को सम्हाल नहीं पाई वो विधानसभा का सपना देखना समझ से परे है।

Editor In Chief

डॉ मिर्जा कवर्धा 

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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