पुर्व नगर अध्यक्ष को मालूम था कुर्सी नही बच पाएगी तब भी अपने समर्थक पार्षद सुनील लारोकर, लक्ष्मी यादव , व साजदा खान का नाम सामने नही लाया ?

छुरिया से अकील मेमन की रिपोर्ट
छुरिया ;-नगर पंचायत छुरिया मे एक साल से पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष खिलाफ पार्षदो मे तो नाराजगी था ही नगर मे भी उनके खिलाफ जमकर आक्रोश था उसकी जानकारी क्या प्रदेश व जिला संगठन व बड़े नेताओ को नही था ऐसा सम्भव नही है , काग्रेंस से नाराज पार्षद परवेक्षक सहित बड़े नेताओं को बार बार राजकुमारी को हटाने के शर्त पर नया नगर अध्यक्ष काग्रेंस का बनाने 11 पार्षदो का समर्थन पत्र ब्लाक व जिला संगठन को दिया गया फीर ऐसा कौन सा पहाड़ टूटने वाला था जो राजकुमारी से ईस्तीफा लेना मुनासिब नही समझा इस बात से नगर के वरिष्ठ काग्रेंसजनो का कहना है ,नगर मे काग्रेंस नेताओ के खिलाफआक्रोश है, जानकर सूत्रो का माने तो समय रहते नगर के समर्पित पार्षदो का निष्कासन वापस नही लिया गया तो नगर मे सत्ता दल के नेता व संगठन के नेताओ के विरोध मे छुरिया नगर बंद व पुतला दहन जैसे हालात भी पैदा हो सकता है।
*राजकुमारी को पार्टी विरोधी कार्य के चलते पूर्व मे दिया गया था शोकाज नोटिस उस पर कार्यवाही क्यों नही?*
नगर के वरिष्ठ काग्रेसीयो का आरोप है, जिला काग्रेंस कमेटी द्वारा छुरिया नगर के तीन पार्षदो पर बैगर नोटिस दिए जल्दबाजी मे निष्कासन करना पार्टी के लिए घातक व आने वाले समय मे नूकसानदेह साबित हो सकता है वहीं अभी भी काग्रेंस के
प्रति समर्पित पार्षदो का कहना है, राजकुमारी को पूर्व मे पार्टी विरोधी कार्य के चलते जिला काग्रेंस कमेटी आदेश पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था दूसरा पार्टी विरोधी कार्य नगर उपाध्यक्ष के खिलाफ मिडिया मे उसे सट्टा का खाईवाल होने का बयान दिया जो अनुसासन हिनता के दायरे मे आता है ,क्या वजह की प्रदेश व जिला संगठन के नेता पूर्व नगर अध्यक्ष पर कार्यवाही का निर्णय नही ले पा रहे है,संगठन का दोहरा निती से क्षेत्र पार्टी का जमकर किरकिरी हो रहा है ,कार्यकर्ताओं मे आक्रोश है , जो आने वाले समय मे काग्रेंस के लिए नूकसान साबित हो सकता है,
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डॉ मिर्जा कवर्धा