कर्मचारियों की मांगें पूरी करें सरकार – जाकेश साहू

छुरिया से अकील मेमन की रिपोर्ट
विधानसभा चुनाव को नजदीक आते देख राज्यभर के अधिकांश कर्मचारी राजधानी रायपुर सहित विभिन्न जिला एवं ब्लाक मुख्यालयों में आए दिन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन करते नजर आ रहे है। इसी कड़ी में विभिन्न विभागों में लम्बे अरसे से अपनी सेवा देने वाले राज्यभर के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, अनुकम्पा नियुक्ति शिक्षक संघ, मध्यान्ह भोजन रसोइया, स्कूल सफाई कर्मचारी सहित अनेक कर्मचारी विगत कई दिनों से राजधानी रायपुर में डेरा डालकर धरना प्रदर्शन कर रहे है।
उपरोक्त मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य के कर्मचारी नेता एवं “छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त कर्मचारी मोर्चा” के प्रदेश संयोजक जाकेश साहू ने राज्य के मुखिया एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विनम्र अपील की है कि राज्य के समस्त कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर सभी कर्मचारियों की आवश्यक मांगो को पूरा की जानी चाहिए।
रसोइया एवं सफाई कर्मियों को कलेक्टर दर पर मिले वेतन –
कर्मचारी नेता जाकेश साहू ने बताया कि राज्य के समस्त प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में मध्यान्ह भोजन पकाने वाली रसोइया एवं स्कूल सफाई कर्मचारियों की स्थिति काफी दयनीय है। मध्यान्ह भोजन रसोइया बहने सुबह 10 बजे से स्कूल आकर दोपहर दो से तीन बजे तक स्कूल में काम करती है। सुबह स्कूल पहुंचकर आग जलाना, चांवल धोना, बर्तन धोना, सब्जी काँटना फिर खाना बनाना और बच्चों को खाना खिलाकर फिर से बच्चों का बर्तन साफ करना।
इन सब कार्यो में रसोइया बहनो का दिनभर का पूरा समय निकल जाता है। इसके बदले सरकार इन्हें मात्र पन्द्रह सौ रुपये महीने का मानदेय देती है। वह भी मानदेय चार से छह माह में मिलता है।
आज की तारीख में एक ओर जंहा गांवो में खेतों में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी कम से कम दो सौ रुपये प्रतिदिन मिलता है जबकि वहीं दूसरी ओर मध्यान्ह भोजन रसोइया बहनों को मात्र पचास रुपये रोज का मजदूरी पड़ता है।
इसी प्रकार प्रदेशभर के स्कूलों में साफ सफाई का जिम्मा उठाने वाले स्कूल सफाई कर्मचारियों को भी मात्र 24 सौ रुपये महीने का मानदेय मिलता है जिससे उन्हें सौ रुपये मजदूरी भी नहीं पड़ता है।
यह बात उल्लेखनीय है कि स्कूल सफाई कर्मचारी गण हाईकोर्ट से केश जीत चुके है एवं माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर ने इन्हें कलेक्टर दर पर वेतन देने हेतु राज्य सरकार को आदेश दिया है। फिर भी राज्य सरकार द्वारा अब तक इनकी मांगे नहीं माना गया है।
दैनिक वेतन भोगी और अनुकम्पा नियुक्ति –
कर्मचारी नेता जाकेश साहू ने दैनिक वेतन भोगी एवं अनुकम्पा नियुक्त कर्मचारियों की मांगों की पूर्ति हेतु राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। यह बात उल्लेखनीय है कि राज्य के विभीन्न विभागों में कार्यरत प्रदेशभर के लगभग 1,20,000 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के द्वारा राजधानी रायपुर में विगत दिनों से आंदोलन किया जा रहा है। इसी प्रकार अनुकम्पा नियुक्ति संघ द्वारा तो विगत लगभग एक वर्ष से राजधानी में आंदोलन किया जा रहा है।
अतः राज्य सरकार से अपील है कि इन समस्त कर्मचारियों की मांगें पूरी की जानी चाहिए।
Editor In Chief
डॉ मिर्जा कवर्धा