नगर पंचायत लोहारा का फ्लोर टेस्ट बहोत जल्द
हाई कोर्ट ने किया याचिका खारिज अध्यक्ष उपाध्यक्ष की कुर्सी खतरे मे

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डॉ मिर्जा कवर्धा
नगर पंचायत सहसपुर लोहारा
नगर पंचायत सहसपुर लोहारा में अध्यक्ष उषा श्रीवास उपाध्यक्ष आभा श्रीवास के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर जल्द ही फ्लोर टेस्ट होने की उम्मीद है। क्योंकि अविश्वास प्रस्ताव पर रोक लगाने संबंधी याचिका को बिलासपुर हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। वही अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए कलेक्टर को आदेश दिए हैं।
अपील खारिज होने के बाद से नगर पंचायत में राजनीतिक सरगमी बढ़ गई है। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बिलासपुर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही थी।
इसे लेकर 15 नवंबर को कलेक्टर जन्मेजय महोबे स्वयं कोर्ट में उपस्थित होकर न्यायालय द्वारा चाही गई जानकारी दी। इसके बाद न्यायालय ने सारे तथ्यों को सुनकर फैसला सुरक्षित रखा था।
हाई कोर्ट में 17 नवंबर को अविश्वास प्रस्ताव पर रोक संबंधी अपील को खारिज करते हुए कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के आदेश दिए है। अपील खारिज होने के बाद अब जल्द ही इस पर फ्लोर टेस्ट के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। इधर इसे लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। हर अपनी तरफ से आकलन करने में जुटा है।
बगावत पार्षदों से बहुमत साबित करना होगा मुश्किल
नगर पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर राजनीतिक उठापटक 7 महीने पहले शुरू हो गई थी। अविश्वास प्रस्ताव के लिए 10 पार्षदों ने आवेदन दिया था। इनमें वार्ड -3 की पार्षद अनारा बाई साहू , वार्ड -8 के पार्षद अजय यादव और वार्ड -14 के पार्षद अंजू राम पटेल तीनों कांग्रेश समर्थित है। अपने ही पार्षदों के विरोध से अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की कुर्सी संकट में पड़ गई है। क्योंकि बगावत के कारण फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करना मुश्किल होगा।
नगर पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष दोनों महिला
नगर पंचायत सहसपुर लोहारा की कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष उषा श्रीवास व उपाध्यक्ष आभा श्रीवास्तव के खिलाफ 7 माह पहले 10 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए तत्कालीन कलेक्टर को आवेदन दिया था। इनमें कांग्रेस के 3 पार्षद भी शामिल हैं। इसके बाद भी कलेक्टर ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान की तिथि नहीं दी। इसी कारण सभी पार्षदों ने बिलासपुर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इधर इसे लेकर नगर पंचायत क्षेत्र में कयासों का दौर चल रहा है।
निर्दलीय के सपोर्ट से उषा बनी थी अध्यक्ष
नगर पंचायत लोहारा के अध्यक्ष उषा श्रीवास को पद ग्रहण किए 2 साल हो चुके हैं। उन्होंने 6 जनवरी को शपथ लिया और पद ग्रहण किया था। उषा के अध्यक्ष बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। नगर के कुल 15 वार्डों में हुए चुनाव में भाजपा व कांग्रेस के 7-7 पार्षद चुनकर आए थे। यानी दोनों बराबरी पर थे। वही एक पार्षद निर्दलीय था। निर्दलीय के सपोर्ट में उषा श्रीवास अध्यक्ष बनी थी। निर्दलीय पार्षद चुनकर आई आभा श्रीवास्तव उपाध्यक्ष बनी थी। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के आदेश से अब दोनों की कुर्सी संकट में पड़ गई है।