पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारी के गलती से बना निजी खाताधारक लखपति
जब गलती दोनों की... तो निजी खाताधारक गया जेल और जिसने गलती किया उसके ऊपर अभी तक शासन प्रशासन और विभाग के आलाधिकारियों ने क्यों नहीं किया कार्यवाही
Editor In chief
डॉ मिर्जा कवर्धा
बता दे की घोर लापरवाही के चलते पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग कवर्धा मे शासकीय रकम एक निजी खाते में जमा होने के पश्चात खाताधारक द्वारा खाते में आयी 25 लाख 40 हजार रुपए की राशि गबन किए जाने के मामले में कवर्धा पुलिस ने आरोपी युवक को दुर्ग से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है अब यह सवाल उठता है कि आखिर इतनी बड़ी राशि किसी के निजी खाते में जमा होना एक संदेश को जन्म देता है कि आखिर 6 महीने बाद जब इस मामले की जानकारी 27 नवंबर को मीडिया समाचार में दिखाता है तब यह घोटाला उजागर ना हो करके विभाग के मनोज राठिया सहायक ग्रेड 2 के द्वारा 28 नवंबर को थाना कोतवाली कवर्धा में रिपोर्ट दर्ज कराया जाता है ठीक एक दिन पहले मीडिया और समाचार के माध्यम से यह प्रकरण उजागर होता है इसलिए कहते हैं कि
जिंदगी भर ग़ालिब एक भूल करता रहा… चेहरे पे दाग थी और आईना साफ करता रहा
अब हम आगे किसे अपराधी माने खाते में भेजने वाले कर्मचारी को या खाताधारक को जब दोनों ही कसूरवार है तो फिर सजा एक को ही क्यूं ?
फिर अभी तक शासन प्रशासन और संबंधित विभाग के अधिकारी सहायक ग्रेड 2 को निलंबित न करके क्यों हैं मेहरबान
न्यूज़ प्लस 21 की टीम जब इस विषय को लेकर उप संचालक महोदय से बातचीत किया तो उनका जवाब गोलमोल और नियम कानून बताते हुए पुराने प्रकरण होने के कारण जानकारी नहीं होना बताया गया समाचार दिखाने के 6 महीने बाद रिपोर्ट दर्ज कराया गया तब जाकर विभाग के बंद आँख खुली फिर नींद से जागकर इस प्रकरण का खुलासा हुआ आगे यह पता चलेगा कि खेल अभी बाकी है देखते हैं अभी आगे आगे होता है क्या।
कवर्धा से डॉ मिर्जा के साथ
मेघा यादव का खास रिपोर्ट