कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

सकल राजस्थानी समाज ने गणगौर त्योहार हर्षोल्लास से मनाया

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डॉ मिर्जा कवर्धा

कवर्धा नगर के सकल राजस्थानी समाज की महिलाओं एवं किशोरियों ने गत दिनों माता पार्वती को समर्पित 16 दिवसीय गणगौर त्योहार मनाया। इस अवसर पर एक शोभायात्रा भी निकाली गई, जिसमें राजस्थानी समाज के परिवारों ने पारंपरिक पोशाक में शामिल होकर चार चांद लगा दिए। ज्ञात हो कि गणगौर राजस्थान की सभी जातियों द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार है, जिसकी शुरुआत होली के दूसरे दिन से होती है। इस त्योहार के प्रथम 8 दिनों में माता पार्वती को पीण्डी रूप में पूजा जाता है। नवें दिन इसरजी के रूप में भगवान महादेव एवं गौरादे के रूप में माता पार्वती की मूर्तियां स्थापित कर सामुदायिक रूप से पूजा की जाती है। लोक परंपराओं के अनुसार गौरादे से प्रार्थना कर  किशोरियां संस्कारी सुयोग्य वर पाने एवं महिलाएं अमर सुहाग एवं खुशहाल दाम्पत्य की कामना करती हैं। इस पर्व पर सभी परिवारों द्वारा जवारा बोया जाता है। नवरात्रि की तृतीय तिथि को इसरजी और गौरादे का विवाह संपन्न कराया जाता है, जिसमें सभी वैवाहिक कार्यक्रम सगाई, मेहंदी, हल्दी आदि पूरे विधि विधान से अंतिम 8 दिनों में किए जाते हैं। इस अनूठी रस्म के तहत सभी परिवारों को भोज हेतु आमंत्रित किया जाता है, जिसे बंदोला कहा जाता है। बंदोला के तहत गणगौर का स्वागत किया जाता है एवं मंगल गीत गाए जाते हैं।

नवरात्रि की तृतीय तिथि को इसरजी और गणगौर का श्रृंगार कर बारात निकाली गई, जो कालिका नगर से शुरू होकर सुधा वाटिका में समाप्त हूई। बारात में बड़ी संख्या में राजस्थानी परिवार शामिल हुए, जिनका स्वागत जगह जगह नगर के दुकानदारों ने किया। आयोजन में मुख्यतः राखी मूंदड़ा, ममता मंत्री, राखी चरखा, कोमल गाँधी, सविता माहेश्वरी, आरती मूंदड़ा, उषा तिवारी, ऋचा जाजड़ा, सुरभि भूतड़ा, मीत सोनी, हर्षिता मंत्री, नेहा माहेश्वरी सहित अनेक महिलाएं किशोरियां शामिल हुईं।

News Desk

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