कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

रवेली:- झोलाछाप फर्जी डाॅ रेवाराम पटेल के गलत इलाज के कारण मरीज गोपाल चंद्रवंशी गया था कोमा में 1 लाख 20 हजार खर्चा कर कवर्धा के निजी चिकित्सालय में इलाज कर बचाई जान जिला कलेक्टर को पहले शिकायत करने के बाद डॉक्टर ने मरीज के परीजन से किया समझौतानामा का सेटिंग आखिर किसका संरक्षण है इस फर्जी झोलाछाप डॉक्टर को..? क्या मुख्य चिकित्सा अधिकारी लेंगे संज्ञान ? पढे पूरी खबर आखिर क्या था मामला👇🏻👇🏻

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डॉ मिर्जा कवर्धा

आपको बता दे की दिनांक 29.06.24 एवं 30.06.20 को रबेली में गोपाल चन्द्रवंशी जाति कुर्मी आयु लगभग 62 वर्ष निवासी राम्हेपुर (खुर्द), तहसील कवर्धा, जिला कबीरधाम छ.ग. का निवासी है जो की स्वास्थ खराब होने पर डॉक्टर रेवाराम पटेल अटल चौक रबेली थाना पिपरिया तहसील कवर्धा , जिला कबीरधाम का रहने वाला है जिनके पास ईलाज कराने के लिए गया था किन्तु उनके पास ईलाज करने के लिए पर्याप्त डिग्री नहीं होने के बाद भी गोपाल चन्द्रवंशी का ईलाज किया।

डॉक्टर रेवाराम पटेल के गलत ईलाज करने के कारण गोपाल चन्द्रवंशी का स्वास्थ्य और ज्यादा गंभीर हो गया, उसके बाद भी डॉक्टर पटेल द्वारा लगातार दिनांक 01.07.2024, 02.07. 2024 एवं 03.07.2024 को भी गोपाल चन्द्रवंशी का ईलाज करता रहा और मनमाने रूप से गलत-गलत दवाईयों का उपयोग करता रहा इस कारण गोपाल चन्द्रवंशी का स्वास्थ्य गंभीर रूप से खराब होने के कारण कोमा में चला गया था।

जिसके पश्चात दिनांक 04.07.2024 को कवर्धा के बड़े डॉक्टर सिद्धार्थ जैन (कमला क्लिनिक) के पास ईलाज कराया जहाँ गोपाल चन्द्रवंशी को 4-5 दिनों तक आई.सी.यू. में भर्ती कर ईलाज किया तब जाकर गोपाल चंद्रवंशी होश में आया।

पको बता दे सिद्धार्थ जैन द्वारा गोपाल चंद्रवंशी का विभिन्न प्रकार का ब्लड टेस्ट, सीटी स्केन, एक्स रे किया और बताया कि गलत ईलाज के कारण आपका स्वास्थ्य ज्यादा खराब हो गया जिसे आई.सी.यू में भर्ती किया गया।

गोपाल चंद्रवंशी ने यह बताया की डॉ पटेल के गलत ईलाज करने के कारण लगभग दवाई एवं अस्पताल का खर्च एवं आने जाने में लगभग 1,20,000/- रूपये खर्च हो गया। डॉक्टर पटेल द्वारा अटल चौक रवेली में डॉक्टर का डिग्री नहीं होने पर भी अस्पताल खोल कर लोगों का अनाप सनाप ईलाज किया जाता है ।

डॉ पटेल के लापरवाही के कारण गोपाल चंद्रवंशी के जान पर आफत आ गया था अगर समय रहते गोपाल चंद्रवंशी का ईलाज बड़े अस्पताल में नहीं कराया होता तो जान से हाथ धोना पड़ सकता था।

गोपाल चंद्रवंशी ने कलेक्टर महोदय से  यह आग्रह किया की ऐसे फर्जी डॉक्टर की ईलाज जाँच कर पुलिस कार्यवाही कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की कृपा करें।

कलेक्टर से शिकायत होने के बाद कार्यवाही के डर के कारण फर्जी झोलाछाप डॉक्टर रेवाराम पटेल ने मरीज के परिजनों से मिलकर इलाज का पूरा खर्चा देने और कार्यवाही न करने को लेकर आपसी समझौता नामा भी किया है लेकिन सवाल यह होता है के इस फर्जी डॉक्टर की वजह से अगर किसी मरीज की जान चली जाती तो जिम्मेदार कौन होता..?

कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आवेदन देने के बाद मरीज और डॉक्टर के बीच समझौता नामा अपने आप में एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह उठता है..? क्या ऐसे फर्जी डॉक्टर के द्वारा कल अगर दूसरे मरीजों के साथ ऐसी घटना होती है तो इसका जिम्मेदार किसको माना जाएगा शासन प्रशासन को चाहिए के तुरंत ऐसे फर्जी डॉक्टर के ऊपर कार्यवाही करते हुए उनके निवास में संचालित अस्पताल और मेडिकल स्टोर को तुरंत सील किया जाना चाहिए।

 

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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