कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

कांग्रेस शासनकाल में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी नियंत्रण से बाहर: वीरेन्द्र साहू

विभाग की मनमानी का दंश झेल रहे जिले के उपभोक्ताओं और किसान ,बिजली की आंख मिचौली, लो वोल्टेज और मनमाने बिजली बिल से उपभोक्ता त्रस्त

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डॉ मिर्जा कवर्धा

कवर्धा। कांग्रेस शासनकाल में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी शासन-प्रशासन के नियंत्रण से पूरी तरह बाहर हो चुकी है। आलम ये है कि कबीरधाम जिले में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए, बिजली बिल हॉफ के वादे से एक कदम आगे बढ़कर, बिजली बिल हॉफ के साथ बिजली भी हॉफ कर रही है। जिससे न सिर्फ उपभोक्ताओं को शारीरिक, मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है बल्कि वे आर्थिक नुकसान भी झेल रहे हैं। उक्त बातें जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष एवं जिला भाजपा महामंत्री वीरेन्द्र साहू ने जिले की खस्ताहाल विद्युत व्यवस्था और उस पर विभाग की मनमानी पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहीं। उन्होने कहा कि हैरानी की बात यह है कि जिले में लगातार विद्युत विभाग की इस मनमानी और भर्राशाही की शिकवा शिकायतें सामने आने के बाद भी विभागीय अधिकारी से लेकर शासन-प्रशासन के नुमाईदें मूक दर्शक बने बैठे है।  साहू ने बताया कि इन दिनो आषाढ़ माह में भी समूचे जिले में भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है, वर्षाकाल प्रारंभ होने के बाद भी यहां अभी तक मानसून का दूर-दूर तक अतापता नहीं है। ऐसे में उपभोक्ताओं के साथ किसानो को भी सुचारू रूप से पर्याप्त वोल्टेजह के साथ विद्युत आपूर्ति की जरूरत है। लेकिन सरप्लस विद्युत का उत्पादन करने वाले छत्तीसगढ़ राज्य के कबीरधाम जिले में भारी भरकम बिजली बिल का भुगतान करने के बाद भी छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से विद्युत आपूर्ति कराने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। उन्होने बताया कि आज जिला मुख्यालय कवर्धा से लेकर जिले के ग्रामीण व वनांचल ईलाकों में बिजली के लिए हाहाकार मचा हैं। उपभोक्ताओं की माने तो उन्हें चौबिस घंटों में कुछ घंटें की ही बिजली मिल रही है वह भी काफी कम वोल्टेज में, जिसमें घरों में लगे पंखे, कूलर तक लना मुस्किल हो रहा है और स्थिति ये है कि इनकी हवा मच्छर तक नहीं उड़ा पा रही है। जिससे लोगों को इस भीषण गर्मी में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साहू ने बताया कि इस गंभीर समस्या को लेकर उपभोक्ता लगातार अपने क्षेत्र के विद्युत सब स्टेशनों में संपर्क कर रहे हैं लेकिन वहां कोई शिकायत सुनने वाला नहीं है और अगर शिकायत सुनी भी जा रही है तो उसका निराकरण होते नहीं दिख रहा है। उन्होने सीधे तौर पर लोगों के समान्य जनजीवन के साथ रोजी रोजगार और खेती किसानी से जुड़े इस गंभीर विषय पर शासन, प्रशासन तथा विभाग से ठोस कार्यवाही कर तत्काल व्यवस्था दुरूस्थ कराए जाने की मांग की है।

लो वोल्टेज की समस्या से किसान परेशान

जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष व जिला भाजपा के महामंत्री वीरेन्द्र साहू ने कहा कि कहने को तो यह आषाढ़ का महिना चल रहा है और आषाढ़ मास के 15 दिन भी गुजर गए हैं लेकिन अभी तक अंचल में एक बार भी बारिश नहीं होने के कारण किसान धान का थरहा तक नहीं डाल पाए हैं। यहां तक जो किसान साधन सम्पन्न हैं और जिनके पास सिंचाई के पर्याप्त साधन उपलब्ध हैं वे भी लो वोल्टेज के चलते धान का थरहा नहीं ले पा रहे हैं। वहीं सब्जी उत्पादक किसान, गन्ना उत्पादक किसान भी इन दिनो लोवोल्टेज की समस्या से जूझ रहे हैं और उनकी फसलें सिंचाई के आभाव में प्रभावित हो रही है।

थोपा जा रहा मनमाना बिजली बिल

साहू ने बताया कि भले ही आम उपभोक्ताओं व किसानो को सुचारू रूप से विद्युत आपूर्ति कराने में विभाग पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है लेकिन जहां तक बिजली बिल की बात की जाए तो वह राज्य सरकार की घोषणा के विपरीत हॉफ की वजाय पूरा आ रहा है। जिसकी शिकवा शिकायतें पीडि़त उपभोक्ता लगातार कर रहे हैं लेकिन उसका कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। उलटा मनमाना बिजली बिल भुगतान नहीं करने पर उनकी बिजली काट दी जा रही है।

मोटर पंप कनेक्शन और ट्रांसफार्म के लिए भटक रहे ग्रामीण किसान

जिले में सैकड़ों ऐसे किसान हैं जिन्होने विद्युत विभाग को मोटर पंप कनेक्टशन और नया ट्रांसफार्मर के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी करते हुए आवेदन दे रखा है लेकिन विभाग इन आवेदकों को मोटर पंप कनेक्शन और ट्रांसफार्म उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। जिससे किसानो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूछे जाने पर विभाग संसाधनों की कमी का रोना रो रहा है। इन हालातों में कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस शासनकाल में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी शासन-प्रशासन के नियंत्रण से पूरी तरह बाहर हो चुकी है और सरकार बेपरवाह है।

 

News Desk

Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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