कबीरधाम (कवर्धा)छत्तीसगढ़

वनांचल क्षेत्र के लिए बिजली उपकेंद्र सामाजिक और आर्थिक विकास का आधार बनेगा-उपमुख्यमंत्री शर्मा, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने वनांचल ग्राम दलदली में 33/11 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र का किया भूमिपूजन

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डॉ मिर्जा कवर्धा 

कवर्धा, 02 जनवरी 2025। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज कबीरधाम जिले के सुदूर वनांचल ग्राम दलदली (दरई) में 33/11 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। उन्होंने विधिवत भूमि पूजन कर इस महत्वपूर्ण परियोजना की शुरुआत की, जो इस क्षेत्र के लिए बिजली संकट के समाधान के साथ-साथ विकास की नई संभावनाओं के द्वार खोलेगी। यह विकास कार्य मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास मद के माध्यम से किया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष  विदेशी राम धुर्वे,  नितेश अग्रवाल,  काशीराम उइके,  मोहन धुर्वे,  मोती बैगा सहित लाभान्वित ग्रामों के पंच, सरपंच क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणजन और पंडरिया विद्युत संभाग के कार्यपालन अभियंता केके झा विद्युत विभाग के अन्य अधिकरी उपस्थित थे।  

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विकास को केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित न रखते हुए, सुदूर गांवों और वनांचलों तक ले जाने के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि यह उपकेन्द्र न केवल बिजली की समस्या को दूर करेगा, बल्कि क्षेत्र के विकास की रफ्तार को भी तेज करेगा। लंबे समय से इस इलाके के लोग लो-वोल्टेज और बार-बार बिजली आपूर्ति बाधित होने जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे। इस नई परियोजना के पूरा होने के बाद यह समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।

उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि तरेगांव से निकलने वाली 11 के.व्ही. भरतपुर फीडर के जरिए करीब 70 किलोमीटर लंबी लाइन के माध्यम से 24 गांवों को बिजली आपूर्ति हो रही है, लेकिन लंबी दूरी और दुर्गम इलाकों के कारण बार-बार समस्याएं उत्पन्न होती थीं। अब इस नए विद्युत उपकेन्द्र के निर्माण से तीन नए 11 के.व्ही. फीडर दृ मुंडादादर, धनवाही और बनगौरा फीडर के माध्यम से बिजली का सुचारु वितरण सुनिश्चित होगा। इस परियोजना पर 3.20 करोड़ रूपए की लागत आएगी और इससे करीब 1170 उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा।

उन्होंने कहा कि यह उपकेन्द्र केवल बिजली आपूर्ति का साधन नहीं है, बल्कि यह वनांचल क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास का आधार बनेगा। इससे गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और लघु उद्योगों को भी नई ऊर्जा मिलेगी। यह परियोजना सरकार के उस विजन का प्रतिबिंब है, जिसके अंतर्गत हर गांव और हर घर तक विकास की रोशनी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि वनांचल क्षेत्र के विकास के लिए यह विद्युत उपकेन्द्र एक मील का पत्थर साबित होगा और यह क्षेत्र अब विकास की मुख्यधारा से मजबूती के साथ जुड़ेगा।

वनांचल में बिजली की नई रोशनी, 1170 उपभोक्ता होंगे लाभान्वित

33/11 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र, ग्राम दलदली (दरई) इसकी लागत 3.20 करोड़ रुपए है। इस परियोजना से वनांचल के वर्तमान सर्वे के आधर पर लगभग 1170 उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा। इस उपकेंद्र में फीडरः तीन 11 के.व्ही. फीडर प्रस्तावित है। जिसमे मुंडादादर फीडर है, इसके अन्तर्गतलाभान्वित ग्राम बंधौरा, बांकी, बोदई, दराई, झोला बहरा, कैसमरदा, खुर्रीपानी, गुंडादादर, रबदा, सलगी, सेमसाटा है। दूसरा फीटर धनवाही है, जिसके अंतर्गत लाभान्वित ग्राम बाधमाड़ा, धनवाही, कोयलारी, मुकाम, पीपरखुटा, साजाटोला, चेन्दरादादर है। तीसरा फीटर बनगौरा होगा, जिसके अंतर्गत लाभान्वित ग्राम अंधरीकछार, बनगौरा, धुरसीपकरी, दलदली, सुकझर, तेंदुटोला होगा। 

प्रमुख लाभ

 33/11 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र की स्थापना से लो-वोल्टेज समस्या का स्थायी समाधान, निर्बाध बिजली आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहन, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।

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Editor in chief, डॉ मिर्जा कवर्धा

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